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UP News: आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय का कनिष्ठ लिपिक घूस लेते गिरफ्तार, वार्ड ब्वाय से मांगा था 10 हजार रुपये

गोरखपुर की एंटी करप्शन टीम ने महराजगंज के जिला मुख्यालय स्थित आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक चित्रांश रंजन श्रीवास्तव को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल नरकटहां पनियरा में तैनात वार्ड ब्वाय अमित कुमार सिंह से लिपिक ने मांगे गए स्पष्टीकरण को निरस्‍त करने की एवज में रिश्वत की मांग की थी।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 20 Jul 2024 03:28 AM (IST)
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मामले की जांच की जा रही है।

जागरण संवाददाता, महराजगंज। भ्रष्टाचार निवारण संगठन गोरखपुर की टीम ने जिला मुख्यालय स्थित आयुर्वेदिक एवं यूनानी कार्यालय में तैनात कनिष्ठ लिपिक चित्रांश रंजन श्रीवास्तव को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। 

लिपिक के विरुद्ध टीम ने सदर कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज कराया है। राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल नरकटहां पनियरा में तैनात वार्ड ब्वाय अमित कुमार सिंह से लिपिक ने मांगे गए स्पष्टीकरण को निरस्‍त करने के लिए रिश्वत की मांग की थी।

यह है पूरा मामला

सिद्धार्थनगर जिले के थाना कोतवाली लोटन बाजार के ग्राम परसौना के रहने वाले अमित कुमार सिंह राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल नरकटहां में वार्ड ब्वाय के पद पर तैनात हैं। पिछले दिनों कनिष्ठ लिपिक की ओर से उन्हें  कार्य में लापरवाही दिखाकर स्पष्टीकरण पत्र जारी किया गया था। जिसके निस्तारण को लेकर वार्ड ब्वाय ने अपना जवाब भी दाखिल कर दिया था। 

स्पष्टीकरण निरस्‍त करने के लिए कनिष्ठ लिपिक ने वार्ड ब्वाय से 10 हजार रुपये की मांग की थी। जिसके बाद वार्ड ब्वाय ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दे दी। शुक्रवार की दोपहर में एंटी करप्शन की टीम ट्रैप बिछाकर वार्ड ब्वाय को केमिकल युक्त नोट देकर उसके पीछे लग गए। 

वार्ड ब्वाय के बुलाने पर आरोपी लिपिक जलनिगम कार्यालय के समीप छोटे भोजनालय पर रुपये लेने आ गया, जिसके बाद रुपये हाथ में लेते ही एंटी करप्शन की टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद टीम उसे लेकर सदर कोतवाली आ गई। 

सदर कोतवाल राहुल शुक्ला ने बताया कि एंटी करप्शन टीम गोरखपुर के प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला की तहरीर पर आरोपी कनिष्ठ लिपिक चित्रांश रंजन श्रीवास्तव के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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