'साहब! बेटे की मौत के बाद...' लड़खड़ाती हुई DM के पास पहुंची महिला, कंपकपाते शब्दों में बताई बहू की शर्मनाक हरकत
UP News जिलाधिकारी अनुनय झा लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इसी बीच एक बुजुर्ग महिला लड़खड़ाती हुई जिलाधिकारी के पास पहुंची। महिला ने कंपकपाते शब्दों में बताया कि साहब पति और बेटे की मृत्यु हो चुकी है। बहू अब दूसरी शादी कर ली है और मुझे घर से निकाल रही है। घर में नहीं रहने दे रही है।
जागरण संवाददाता, निचलौल। जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम पटखौली की बुजुर्ग महिला इन्द्रावती देवी लड़खड़ाती हुई जिलाधिकारी अनुनय झा के पास पहुंची। कंपकपाते शब्दों में अपनी दर्द बयां करते हुए कहा कि साहब, पति और बेटे की मृत्यु हो चुकी है। बहू अब दूसरी शादी कर ली है और मुझे घर से निकाल रही है।
घर में नहीं रहने दे रही है। और तो और उसने अपना नाम वरासत के जरिये चढ़वा कर मुझे घर से बेदखल कर रही है। मेरा वरासत नहीं होने दे रही है। न्याय दिलाते हुए मेरा नाम भी खतौनी पर चढ़वाइए। इतना सुनने के बाद जिलाधिकारी ने महिला को भरोसा दिलाते हुए तहसीलदार को प्रकरण की जांच कर कारवाई का निर्देश दिया।
अनेक समस्याएं आईं सामने
यह तो सिर्फ उदाहरण है। इस प्रकार की अनेक समस्याएं उभर कर सामने आई। जहां सिस्टम की खामी के चलते फरियादियों को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है। जिले की चारों तहसीलों में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 310 मामले आए, जिसमें 43 का निस्तारण किया। शेष संबंधित विभागों को निस्तारित करने के लिए भेजा गया। जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में निचलौल में जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 67 मामले पंजीकृत किए गए, जिसमें 15 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया।इसी क्रम में ग्राम सिंहपुर के शिकायत कर्ता प्रभु नारायन ने जिलाधिकारी अनुनय झा को न्यायालय का स्थगन आदेश दिखाते हुए कहा साहब पुलिस ने मुझे थाने पर बुला लिया। उधर विपक्षियों ने हमारा पूरा मेड़ तोड़ दिया। शिकायत करने पर मेरे ऊपर ही मुकदमा लिख दिया गया। उस समय मैं पुलिस के ही कस्टडी में था। मैं चिल्लाता रहा मेरी एक नहीं सुनी गई। साहब मुझे न्याय दिलाएं। उसकी पूरी बात सुनने के बाद डीएम ने शिकायत पत्र को एसपी की तरफ बढ़ा दिया।
एसपी ने एसओ को खरी खोटी सुनाते हुए मामले को इसे शीघ्र निस्तारण के लिए आदेश दिया। नगर पंचायत के कृष्णानगर वार्ड वासी मुद्रिका यादव ने डीएम से अपनी पीड़ा सुनाई, कहा साहब मैने लाइनमैन को 30 हजार दे दिया था। उन्होंने बताया बिल जमा हो गया। फिर भी बिल आ रहा है। मेरा घरेलू कनेक्शन है, उसे वाणिज्यिक बना दिया गया है। मेरी कोई सुन नहीं रहा है।
मेरी तीन वर्षो से बिजली भी काट दी गई है। सुनवाई के दौरान डीएम ने कहा कि अधिकारी गुणवत्ता पूर्ण शिकायतों का निस्तारण करें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं मिलने चाहिए। एसपी सोमेन्द्र मीना, उपजिलाधिकारी मुकेश कुमार सिंह, तहसीलदार राजेश श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार अभिषेक मिश्र,सीओ अनुज कुमार सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी व विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
तहसील शिकायत निस्तारणसदर 34 एकनिचलौल 67 15नौतनवा 119 9फरेंदा 90 18
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।