पहले रो रहा था… बाद में चीख भी नहीं पाया, भैंस के गोबर से हो गई 6 माह के मासूम की मौत -जानिए कैसे घटी घटना
घर में खाना बनाने के दौरान मां ने रो रहे मासूम आयुष को झूले में भैंस बांधने वाले स्थान पर छप्पर के नीचे लिटा दिया था। इसके बाद मां खाना बनाने लगी। काफी देर तक मासूम की आवाज नहीं सुनाई पड़ी तो मां ने उसे पुकारा कोई आहट न आने पर वह उठ कर गई तो देखा कि मासूम का चेहरा गोबर से ढका था।
जागरण संवाददाता, महोबा। घर में भैंस बांधने वाले स्थान पर छह माह का मासूम झूले में लेटा था। इसी दौरान भैंस ने मासूम के मुंह पर गोबर कर दिया। मासूम की काफी देर तक आवाज नहीं आने पर मां ने पास जाकर देखा तो उसका चेहरा गोबर से ढका था।
मासूम की हालत गंभीर देख परिजन अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए मासूम का शव घर ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया।
यह है पूरा मामला
कोतवाली कुलपहाड़ के ग्राम सतारी निवासी मुकेश यादव के पास पांच बीघा जमीन है। खेती के सहारे वह परिवार का भरण-पोषण करता है। उसने बताया कि मंगलवार की शाम को उनके दो बच्चों में तीन साल का यादवेंद्र और छह माह का आयुष अपनी मां निकिता के साथ घर में थे।
घर में खाना बनाने के दौरान मां ने रो रहे मासूम आयुष को झूले में भैंस बांधने वाले स्थान पर छप्पर के नीचे लिटा दिया था। इसके बाद मां खाना बनाने लगी। काफी देर तक मासूम की आवाज नहीं सुनाई पड़ी तो मां ने उसे पुकारा, कोई आहट न आने पर वह उठ कर गई तो देखा कि मासूम का चेहरा गोबर से ढका था। उसे तुरंत गोदी में लेकर घर के बाहर बैठे पति मुकेश को आवाज लगाई।
मासूम की हालत गंभीर देख परिजनों प्राइवेट वाहन से महोबा जिला अस्पताल लेकर आए, यहां डॉक्टर पंकज राजपूत ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने बताया कि मासूम की मौत दम घुटने के कारण हुई है।
परिजन रात को ही बच्चे के शव को लेकर घर चले गए। कुलपहाड़ थाना निरीक्षक लाखन सिंह ने बताया कि बच्चे की मौत होने की कोई सूचना नहीं मिली है, पता कराया जा रहा है।