न्याय या आत्महत्या की अनुमति... CM Yogi को पत्र लिखकर दिए दो ही विकल्प; पुलिस-प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
74 वर्षीय नरबदा ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि उसके नाम मौजा बरबई में खेत हैं। खेत के कुछ भूभाग पर दीनदयाल रैकवार निवासी ग्राम पथरौड़ी हमीरपुर ने जबरन कब्जा कर लिया है। अवैध कब्जा हटाने को कहा तो वह गाली गलौज कर मारपीट कर आमादा हो गया। पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना पर पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी।
जागरण संवाददाता, महोबा। खेत पर अवैध कब्जा होने से आहत वृद्ध ने अब न्याय न मिलने पर मुख्यमंत्री से आत्महत्या करने की अनुमति मांगी है। कहा है कि न्याय दिलाया जाए वरना आत्महत्या की अनुमति दे दें। थाना कबरई के ग्राम बरबई निवासी 74 वर्षीय नरबदा ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि उसके नाम मौजा बरबई में खेत हैं।
वह 2020 से दिल्ली में रह रहे अपने पुत्र के यहां बीमारी का इलाज कराने गया था। उस समय लाकडाउन लगने की वजह से वह छह से सात महीनों बाद घर लौटा तो देखा कि खेत के कुछ भूभाग पर दीनदयाल रैकवार निवासी ग्राम पथरौड़ी हमीरपुर ने जबरन कब्जा कर लिया है।
नहीं हो रही सुनवाई
अवैध कब्जा हटाने को कहा तो वह गाली गलौज कर मारपीट कर आमादा हो गया। पुलिस के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना पर पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी। इसी व्यक्ति ने बगल में स्थित सरकारी तालाब की भूमि को अपना बताते हुए न्यायालय में फर्जी वाद दायर किया था।उसकी की आड़ में उसने यह कब्जा किया। लेकिन न्यायालय ने सरकारी भूमि तालाब मानते हुए उसका वाद खारिज कर दिया। न्यायालय के आदेश के बाद भी यह कब्जा नहीं छोड़ रहा है। 17 अक्टूबर 2023 को लेखपाल व कानूनगो जांच करने गए पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
इसी विवाद के कारण नौ दिसंबर 2022 को पत्नी की मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री सहित उच्चाधिकारियों को भेजे गए शिकायती पत्र में मांग की गई है कि उसके साथ न्याय दिलाया जाए या फिर आत्महत्या करने की अनुमति दी जाए। कबरई थाना निरीक्षक बीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मामला कोर्ट से संबंधित है।
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