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शेयर मार्केट में घाटा हुआ‥ तो अपनी कंपनी को ठगने लगा मैनेजर, बैंक खाते में थी इतनी रकम… नहीं हुआ आंखों पर यकीन

आरोपी सचिन प्रकाश ने बताया कि वह इन पैसों के माध्यम से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग किया करता था। अन्य कंपनियों के शेयर में भी रुपया लगाया जिसमें नुकसान हो गया। भरपाई के लिए उसने कंपनी की रायल्टी बेची थी। उसका पैसा ग्राहकों से फर्म के खाते में न डलवाकर फर्जी कूटरचित बिल बाउचर तैयार कर अपने खाते में फर्म का पैसा डलवाने लगा।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sun, 28 Jan 2024 05:57 PM (IST)
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महोबा पुलिस की गिरफ्त में आरोपित व बरामद सामान व कार। सौजन्य- पुलिस
जागरण संवाददाता, महोबा। चार करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी के पास से एक करोड़ से अधिक की धनराशि, कार व पांच मोबाइल, लैपटॉप बरामद किए गए हैं।

यह है पूरा मामला

मध्य प्रदेश के पिपरिया जिला निवासी रसमीत सिंह ने 11 जनवरी को मुकदमा दर्ज कराया था। बताया कि वह महोबा क्षेत्र में क्रशर का कारोबार करते हैं। उनकी तीनों फर्मों के नाम से खनन पट्टा स्वीकृत व संचालित हैं। इनकी देखरेख के लिए लखनऊ के सचिन प्रकाश यादव को मैनेजर बनाया था।

आरोप लगाया कि सचिन ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर करीब चार करोड़ की धोखाधड़ी की। फर्म के कार्यालय में रखे आठ लाख 50 हजार रुपये व कार लेकर फरार हो गया है। शिकायत मिलने पर एसपी अपर्णा गुप्ता ने जांच टीमों का गठन किया।

कई राज्यों में दबिश के बाद महोबा में ही पकड़ा गया 

जांच टीमों ने पानीपत, सोनीपत (हरियाणा), दिल्ली, मुंबई, लखनऊ आदि जगहों पर दबिश दी। जानकारी मिली कि आरोपी सचिन प्रकाश बीजानगर महोबा स्थित अपने किराए के मकान में कार से सामान लेने आया है। शुक्रवार को पुलिस ने दबिश दी और उसे हिरासत में लिया गया। 

तलाशी पर फर्म से संबंधित कूटरचित बिल बाउचर बरामद हुए, जिसमें विभिन्न तिथियों में विभिन्न एमाउंट का रुपया अंकित है। कुल 01 लाख 02 हजार 320 रुपये, एक-एक चेन व अंगूठी, एक मोबाइल, कार व कार के अंदर लैपटॉप व उसी सीट पर चार मोबाइल फोन बरामद हुए। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।

खाते में डलवाता था रुपया

आरोपी सचिन प्रकाश ने बताया कि वह इन पैसों के माध्यम से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग किया करता था। अन्य कंपनियों के शेयर में भी रुपया लगाया, जिसमें नुकसान हो गया। भरपाई के लिए उसने कंपनी की रायल्टी बेची थी। उसका पैसा ग्राहकों से फर्म के खाते में न डलवाकर फर्जी कूटरचित बिल बाउचर तैयार कर अपने खाते में फर्म का पैसा डलवाने लगा। वह फिर से फर्जी बिल बाउचर तैयार कर ग्राहकों को देने महोबा आया था। 

बताया कि तब फर्म के कार्यालय में रखे आठ लाख 50 हजार रुपये भी ले गया था, जिसमें काफी रुपये खर्च हो गए थे, बरामद पांच मोबाइल फोन को उसने शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए खरीदे थे। 

पुलिस टीम ने उसके खाते से एक करोड़ नौ लाख 92 हजार रुपये जरिए चेक बरामद किए, शेष 78 लाख रुपये जो मार्केट में ग्राहकों के पास उधार हैं, उनको भी बरामद किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।

एसपी सहित अधिकारियों का हुआ सम्मान

घटना के राजफाश करने पर कंपनी सहित जिले के क्रशर यूनियन ने पुलिस टीम का आभार जताया। पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता को चांदी की मछली मोमेंटों के रूप में प्रदान की गई। एएसपी सत्यम सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया।

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