एसआईटी के रडार पर नारायण साकार विश्व हरि के 35 सेवादार, रात के अंधेरे में पहुंची एसटीएफ ले गई दो कार
Hathras Stampede - हाथरस हादसे की जांच एसआईटी ने संभाल ली है जिसके रडार पर नारायण साकार विश्व हरि के 35 सेवादार आ चुके हैं। गुरुवार को बेवर और कुरावली क्षेत्र से सात सेवादारों को हिरासत में लेकर हाथरस ले जाया गया है। वहीं गुरुवार रात बिछवां आश्रम पहुंची एसटीएफ आगरा ने अंदर खड़ी दो कारों को कब्जे में लिया है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के दौरान हुए हादसे की जांच कर रही एसआईटी के रडार पर जिले के 35 सेवादार हैं। गुरुवार को बेवर और कुरावली क्षेत्र से सात सेवादारों को हिरासत में लेकर हाथरस ले जाया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है।
वहीं गुरुवार रात बिछवां आश्रम पहुंची एसटीएफ आगरा ने अंदर खड़ी दो कारों को कब्जे में लिया है। दोनों कारें सेवादारों की बताई गई हैं। घटना वाले दिन दोनों कारों के सत्संग स्थल के पास मौजूद होने की जानकारी एसटीएफ को मिली थी।
एसआईटी को सौंपा गया जांच का जिम्मा
हाथरस में हुई घटना की जांच का जिम्मा एसआईटी को सौंपा गया है। घटना में साजिश के आरोप लगने के बाद एसआईटी ने गहराई से जांच शुरू कर दी है। इसमें सेवादारों पर भी एसआईटी की नजर है।
सूरज पाल (नारायण साकार विश्व हरि) का जहां भी सत्संग करते हैं, आसपास के जिलों से सेवादार वहां सेवा के लिए पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि सिकंदराराऊ के सत्संग में भी सेवा के लिए मैनपुरी से 35 सेवादार गए थे।
अब एसआईटी घटना की सही जानकारी हासिल करने के लिए इन सेवादारों को भी तलाश रही है। ये भी जांच की जा रही है कि घटना में इन सेवादारों की संलिप्तता तो नहीं है।
सेवादारों को हाथरस ले जाया गया
गुरुवार रात एसआईटी ने दुर्गेश निवासी कस्बा बेवर, रामप्रकाश निवासी खाकेताल, श्रीकृष्ण निवासी झंडेपुर, दलवीर निवासी किशनपुर गढ़िया, शिवनंदन निवासी गग्गरवाला थाना बेवर को हिरासत में लिया था।
बाद में कुरावली क्षेत्र के गांव सरैया और भानपुरा पहुंच कर दो सेवादारों को हिरासत लिया गया। हिरासत में लिए गए सभी सेवादारों को हाथरस ले जाया गया है। जहां उसने पूछताछ की जा रही है।
एसटीएफ ने दो कारों को कब्जे में लिया
वहीं, गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे एसटीएफ आगरा बिछवां स्थित भोले बाबा के रामकुटीर आश्रम पहुंची। एसटीएफ के साथ सीओ पुलिस लाइन चंद्रकेश सिंह मौजूद थे। आश्रम का निरीक्षण करने के बाद एसटीएफ ने अंदर खड़ी दो कारों को कब्जे में ले लिया।
ये कारें सेवादार अजय प्रताप सिंह निवासी सिमरई और गोलू निवासी शहर मैनपुरी की बताई गई हैं। मौजूद सेवादारों ने एसटीएफ से कार ले जाने की रसीद देने की भी मांग की, लेकिन एसटीएफ कर्मी बिना कोई जवाब दिए दोनों कारों को लेकर चले गए।
घटनास्थल पर मौजूद थी दोनों कारें
एसटीएफ कर्मियों ने पत्रकारों को बताया कि दोनों कारें घटनास्थल के आसपास मौजूद थी। मामले की जांच के लिए कारों को कब्जे में लिया गया है।
वहीं सूरज पाल (नारायण साकार विश्व हरि) के बिछवां आश्रम में होने को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। पुलिस का दावा है कि बाबा आश्रम में नहीं है। वहीं स्थानीय निवासी बाबा के आश्रम में मौजूद होने का दावा कर रहे हैं।
इसी के चलते बड़ी संख्या में मीडिया कर्मी तीन दिनों से आश्रम के बाहर डेरा जमाए हुए हैं। शुक्रवार को सुरक्षा को लेकर सीओ कुरावली बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के साथ आश्रम के बाहर मौजूद रहे।
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