हाथरस हादसे के बाद कहां छिपे थे 'भोले बाबा'? जब निकला गाड़ियों का काफिला... तो हो गया खुलासा; पुलिस का था कड़ा पहरा
हाथरस हादसे के बाद एक सवाल सभी के जहन में था कि आखिर बाबा हैं कहां... बुधवार को इस सस्पेंस से पर्दा हटा जब मैनपुरी स्थित आश्रम से बाबा का काफिला निकला। हालांकि प्रशासन लगातार यह दावा करता रहा कि वह बाबा की तलाश में जुटा हुआ है जबकि आज की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए। इस आश्रम पर घटना के बाद से कड़ा पहरा लगा हुआ था।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। सूरजपाल (नारायन साकार विश्व हरि) हाथरस हादसे के बाद बिछवां स्थित रामकुटीर आश्रम में ही ठहरे हुए थे। बुधवार दोपहर वे चार कारों के काफिले के साथ आश्रम से निकल गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आगे चल रही कार में उनकी पत्नी बैठी थी।
तीसरे नंबर पर चल रही लग्जरी कार में सूरज पाल बैठे थे। उनका काफिला आश्रम से निकल कर भोगांव की ओर चला गया। इस जानकारी पर डीएम अविनाश कृष्ण सिंह, एसपी विनोद कुमार फोर्स के बाद आश्रम पर पहुंच गए और आश्रम का निरीक्षण किया। अनुयायियों से पूरे मामले की जानकारी ली।
बुधवार को बिछवां स्थित रामकुटीर आश्रम पहुंचे डीएम अविनाश कृष्ण सिंह, एसपी विनोद कुमार। जागरण
डीएम ने बताया कि वे आश्रम में घूमने आए हैं। हादसे के बाद से प्रशासन द्वारा सूरज पाल के आश्रम में न होने का दावा किया जा रहा था।
डीएम ने बताया कि वे आश्रम में घूमने आए हैं। हादसे के बाद से प्रशासन द्वारा सूरज पाल के आश्रम में न होने का दावा किया जा रहा था।
आश्रम के हाल का निरीक्षण करते जिलाधिकारी बाय एसपी मैनपुरी
बुधवार को लोगों द्वारा सूरज पाल को आश्रम से जाते हुए देखने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई है कि हाथरस हादसे के बाद सूरज पाल रामकुटीर आश्रम में ही मौजूद थे।
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