मुलायम सिंह यादव की सरकार में मंत्री रहे अब उनकी बहू के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव, कैसा रहा है मंत्री जयवीर सिंह राजनीतिक सफर
सपा के गढ़ में डिंपल को चुनौती देंगे पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह मैनपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं और पर्यटन मंत्री के तौर पर जिले में बड़े स्तर पर पर्यटन विकास के कार्य कराए हैं। भाजपा चुनाव में इन दोनों बातों को अपने लिए सकारात्मक मान रही है। जयवीर सिंह के सामने अब सपा को उसके ही गढ़ में पराजित करने की चुनौती होगी।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। सपा के गढ़ मैनपुरी में रोमांचक चुनाव की जमीन तैयार हो गई है। सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के सामने भाजपा ने पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। जयवीर सिंह के प्रत्याशी बनने की जानकारी जागरण ने पहले ही दे दी थी। तीन चुनावों के बाद भाजपा ने क्षत्रिय चेहरे पर दांव लगाया है।
सपा का गढ़ माना जाता है मैनपुरी
मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ माना जाता है। वर्ष 1996 के बाद से इस सीट पर सपा के प्रत्याशी अजेय रहे हैं। वर्ष 2014 और 2019 के मोदी लहर वाले चुनाव में भाजपा इस सीट को जीत नहीं पाई थी। मुलायम सिंह के निधन के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में भी सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव सांसद बनीं थीं। सपा ने इस बार भी उनको ही प्रत्याशी बनाया है। वहीं बसपा ने शाक्य चेहरे के रूप में गुलशन देव शाक्य को मैदान में उतारा है।
बीजेपी का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे सभी
भाजपा का प्रत्याशी घोषित होने का लंबे समय से इंतजार हो रहा था। प्रत्याशी के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, पूर्व प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य, सैफई परिवार के दामाद अनुजेश प्रताप सिंह के नाम चर्चाओं में चल रहे थे। इनमें जयवीर सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा था। दैनिक जागरण ने सोमवार के अंक में ही उनके प्रत्याशी बनने की संभावना जता दी थी। बुधवार को भाजपा ने जागरण की खबर पर मुहर लगाते हुए जयवीर सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया।लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों के प्रोफाइल के लिए यहां क्लिक करें
मैनपुरी से है पुराना रिश्ता
जयवीर सिंह का मैनपुरी से पुराना नाता रहा है। वह घिरोर विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2002 और 2007 में बसपा की टिकट पर विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2022 में भाजपा ने उनको मैनपुरी विधानसभा सीट पर सपा के दो बार के विधायक राजकुमार यादव के सामने मैदान में उतारा था। जयवीर सिंह सपा के वर्चस्व को तोड़कर नजदीकी मुकाबले में जीत हासिल की थी।ये भी पढ़ेंः टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने मयंक यादव को लेकर की ये भविष्यवाणी, एक्शन बहुत स्मूथ, वो दिन दूर नहीं जब...
वहीं पर्यटन मंत्री बनने के बाद जयवीर सिंह ने जिले में धर्मस्थलों के पर्यटन विकास और सुंदरीकरण के कार्य कराए। जिले में अंतरराष्ट्रीय स्तर के आडीटोरियम और संग्रहालय के निर्माण की योजना मंजूर कराई। इसका काम भी चुनाव की अधिसूचना से पहले शुरू हो चुका है। भाजपा का मानना है कि विकास कार्याें और जयवीर सिंह की क्षेत्र में पकड़ का लाभ लोकसभा चुनाव में मिलेगा।
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- मूल रूप से फिरोजाबाद के ग्राम करहरा के निवासी जयवीर सिंह के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1984 में हुई थी।
- वर्ष 1984 से 1989 तक वह कांग्रेस कमेटी अरांव, फिरोजाबाद के अध्यक्ष रहे।
- वर्ष 1988 से 1995 तक करहरा ग्रामसभा के प्रधान रहे।
- वर्ष 1989 से 1994 तक जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 1994 से 1996 तक उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रहे।
- वर्ष 1999 से 2008 तक जिला सहकारी बैंक फिरोजाबाद के अध्यक्ष के रूप में तीन कार्यकाल पूरे किए।
- इसी दौरान वह बसपा में शामिल हुए और वर्ष 2002 में मैनपुरी जिले की घिरोर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा।
- विधायक बनने के बाद उन्होंने सपा का दामन थामा और मुलायम सिंह यादव की सरकार में चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के राज्यमंत्री का दायित्व संभाला।
- इसके बाद दोबारा बसपा में शामिल हुए और 2007 में फिर से घिरोर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े।
- विधायक बनने के बाद बसपा की सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रहे।
- इसके बाद वह भाजपा में शामिल हुए।
- वर्ष 2022 में मैनपुरी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए।
- वर्तमान में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री का दायित्व निभा रहे हैं।