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Exit Poll: 1996 से सपा का सांसद रहा है यहां, क्या मैनपुरी में टूट पाएगा 'तिलिस्म'? डिंपल और जयवीर सिंह में कांटे का मुकाबला

Exit Poll 2024 Mainpuri Lok Sabha Seat एग्जिट पोल आने के बाद अब रिजल्ट पर सभी की निगाहें टिकीं हैं। मैनपुरी लोकसभा सीट जीतना भाजपा के लिए अब तक सपना ही रही है। यहां मोदी लहर में भी भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। मैनपुरी सीट पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव मुकाबले में सामने रहे तो गृह मंत्री और सीएम योगी भी यहां प्रचार के लिए आए।

By prateek bhadoria Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 03 Jun 2024 09:00 AM (IST)
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Mainpuri News: एग्जिट पोल आने के बाद रिजल्ट पर टिकीं निगाहें।

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद शनिवार शाम को आए एग्जिट पोल में लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार बनती दिख रही है। एग्जिट पोल आने के बाद अब सभी की निगाहें रिजल्ट पर टिकी हुई हैं। मैनपुरी में सपा और भाजपा प्रत्याशी के बीच कांटे का मुकाबला है। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार तेजी से गर्म है।

1996 से सपा का सांसद है मैनपुरी में

मैनपुरी को सपा का गढ़ कहा जाता है। वर्ष 1996 से लगातार यहां सपा का ही सांसद हो रहा है। 2019 में सांसद बने मुलायम सिंह यादव का निधन होने के बाद 2022 में हुए उप चुनाव में सपा प्रमुख की पत्नी डिंपल यादव को मैदान में उतारा गया था, उन्होंने ढाई लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की। इस बार डिंपल यादव फिर से चुनाव लड़ रहीं तो वहीं भाजपा ने सपा का गढ़ ढहाने के लिए प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह को मैदान में उतारा। बसपा से शिवप्रसाद यादव भी चुनाव लड़ रहे हैं।

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सपा और भाजपा के बीच मुकाबला

शनिवार को एग्जिट पोल के परिणाम सामने आने के बाद राजनीतिक दलों के साथ जनता की भी धड़कनें तेजी से बढ़ने लगी हैं। इस सीट पर सीधा मुकाबला सपा और भाजपा के बीच है। जिसके कारण ये सीट सर्वाधिक चर्चित बनी हुई है।

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मैनपुरी में हैं पांच विधानसभाएं

मैनपुरी सीट में पांच विधान सभाएं शामिल हैं। जिसमें मैनपुरी सदर, भोगांव, किशनी करहल और इटावा की जसवंतनगर के मतदाता सांसद चुनते हैं। एग्जिट पोल आने के बाद सपा और भाजपा दोनों ही दलों के साथ जनता की भी धड़कनें बढ़ी हुई हैं। अब लोग चार जून को होने वाली मतगणना पर निगाहें बनाए हुए हैं।

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