मैनपुरी में अटकलों पर लगा विराम, डिंपल के खिलाफ बीजेपी ने इस प्रत्याशी पर लगाया दांव; रोचक हुआ रण
मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। 1996 के बाद से इस सीट पर सपा के प्रत्याशी अजेय रहे हैं। 2014 और 2019 के मोदी लहर वाले चुनाव में भाजपा इस सीट को जीत नहीं पाई थी। मुलायम के निधन के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में भी सपा मुखिया की पत्नी डिंपल यादव सांसद बनीं थीं। सपा ने इस बार भी उनको ही प्रत्याशी बनाया है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। सपा के गढ़ मैनपुरी में चुनाव की बिसात दिलचस्प हो गई है। सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के सामने भाजपा ने पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है। तीन चुनावों के बाद भाजपा ने क्षत्रिय चेहरे पर दांव लगाया है।
जयवीर सिंह मैनपुरी विधानसभा सीट से विधायक हैं और पर्यटन मंत्री के तौर पर जिले में पर्यटन विकास के कार्य कराए हैं। भाजपा चुनाव में इन दोनों बातों को अपने लिए सकारात्मक मान रही है। जयवीर सिंह के सामने अब सपा को उसके ही गढ़ में पराजित करने की चुनौती होगी।
सपा का गढ़ कहा जाता है मैनपुरी
मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। वर्ष 1996 के बाद से इस सीट पर सपा के प्रत्याशी अजेय रहे हैं। वर्ष 2014 और 2019 के मोदी लहर वाले चुनाव में भाजपा इस सीट को जीत नहीं पाई थी। मुलायम सिंह के निधन के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में भी सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव सांसद बनीं थीं। सपा ने इस बार भी उनको ही प्रत्याशी बनाया है। वहीं बसपा ने शाक्य चेहरे के रूप में गुलशन देव शाक्य को मैदान में उतारा है। भाजपा का प्रत्याशी घोषित होने का लंबे समय से इंतजार हो रहा था।
जयवीर सिंह का नाम चल रहा था सबसे आगे
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, पूर्व प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य, सैफई परिवार के दामाद अनुजेश प्रताप सिंह के नाम चर्चाओं में चल रहे थे। इनमें जयवीर सिंह का नाम सबसे आगे चल रहा था। बुधवार को भाजपा ने जयवीर सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
जयवीर सिंह का मैनपुरी से रहा है पुराना नाता
जयवीर सिंह का मैनपुरी से पुराना नाता रहा है। वह घिरोर विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2002 और 2007 में बसपा की टिकट पर विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2022 में भाजपा ने उनको मैनपुरी विधानसभा सीट पर सपा के दो बार के विधायक राजकुमार यादव के सामने मैदान में उतारा था।
विकास कार्यों की वजह से चुनाव में मिलेगा लाभा!
जयवीर सिंह ने सपा के वर्चस्व को तोड़कर नजदीकी मुकाबले में जीत हासिल की थी। वहीं पर्यटन मंत्री बनने के बाद जयवीर सिंह ने जिले में धर्मस्थलों के पर्यटन विकास और सुंदरीकरण के कार्य कराए। वहीं जिले में अंतरराष्ट्रीय स्तर का आडीटोरियम और संग्रहालय के निर्माण की योजना मंजूर कराई। इसका काम भी चुनाव की अधिसूचना से पहले शुरू हो चुका है। भाजपा का मानना है कि विकास कार्याें और जयवीर सिंह की क्षेत्र में पकड़ का लाभ लोकसभा चुनाव में मिलेगा।
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