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तालाब में दूषित पानी, दुर्गध से जीना दूभर

गांव अजीतगंज में बदहाल पड़ा तालाब वर्षों से सफाई कराना ही भूल गए जिम्मेदार

By JagranEdited By: Updated: Sat, 10 Jul 2021 06:04 AM (IST)
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तालाब में दूषित पानी, दुर्गध से जीना दूभर

संसू अजीतगंज: सरकार तालाबों के संरक्षण पर जोर दे रही है, लेकिन स्थानीय स्तर पर लापरवाही इस कोशिश को पलीता लगा रही है। तालाबों की सफाई केवल कागजों पर हो रही है और धरातल पर इनकी बदहाली वहां रहने वालों की मुश्किल बनी हुई है। गांव अजीतगंज में तो तालाब से हर वक्त उठने वाली दुर्गंध ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर रखा है।

विकासखंड जागीर क्षेत्र के कुसमरा-मैनपुरी मार्ग स्थित गांव अजीतगंज में करीब 30 साल पुराना तालाब है। गांव के अंदर बने इस तालाब की काफी भूमि पर कब्जे हो चुके हैं। गांव में जल निकासी की व्यवस्था ऐसी है कि सारा पानी इसी तालाब में जाता है। तालाब में डाली जाने वाली गंदगी ने इसे बदहाल कर रखा है। तालाब के पानी में जलमंजनी फैली हुई है। काई भी जम गई है। इससे हर समय असहनीय दुर्गंध उठती रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में तालाब की सफाई होती थी, इससे समस्या नहीं होती थी। परंतु अब तीन साल से तालाब की सफाई ही नहीं कराई गई है। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत ब्लाक कार्यालय पर की, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं की गई। अब ग्रामीणों ने मुख्य विकास अधिकारी से तालाब की सफाई कराए जाने की मांग की है। मांग करने वालों में सुनील कुमार, रामसेवक,राजेश कुमार, दलवीर सिंह, रामकिशन, संतराम, संदीप कुमार शामिल हैं। इस मामले में ग्राम प्रधान रामप्रसाद शंखवार ने बताया कि वह अपने कार्यकाल में इस तालाब का प्रस्ताव तैयार कराकर काम कराएंगे। ग्रामीणों की समस्या का निदान कराया जाएगा।

तालाब के संरक्षण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को लेनी चाहिए। प्रतिवर्ष तालाब की साफ-सफाई करानी चाहिए।

ऋषि कुमार पानी के निकास की समुचित व्यवस्था कर तालाब में भरे दूषित पानी को निकालकर सफाई कराई जाए, तभी समस्या हल होगी।

पिटू कठेरिया तालाब का सुंदरीकरण कराकर किनारों पर छायादार वृक्ष लगाए जाएं। तालाब के रखरखाव की जिम्मेदारी गांव के किसी व्यक्ति को सौंपी जाए।

छत्रपाल तालाब से दूषित पानी को निकालकर मनरेगा योजना के द्वारा साफ-सफाई कराई जाए। जिससे पानी में दुर्गंध न उठे।

परसादीलाल