लोकसभा चुनाव ने बढ़ाए फूलों के भाव, इठला रहा गुलाब और खिलखिला रहा गेंदा; रोजाना 250 किलो तक की हो रही बिक्री
माननीय की मौजूदगी वाले आयाेजनों के लिए फूलों की खपत भी बढ़ी है। स्वागत-सत्कार के लिए सबसे ज्यादा गुलाब की मांग है। बड़ी रैली और जनसभा के लिए गुलाब और गेंदा के फूल व माला के एडवांस आर्डर भी बुक हैं। मुनाफे को भुनाने में दुकानदार भी कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं। एक-एक दिन में लगभग दो से ढाई सौ किलो फूलों की प्रतिदिन बिक्री हो रही है।
वीरभान सिंह, मैनपुरी। पहले एक तो सहालग, उस पर चुनावी मौसम...भरी गर्मी में भी माहौल पूरी तरह से गुलाबी हो चला है। विवाह समोराहों में फूल खिलखिला ही रहे हैं। नेताओं की सभाएं-कार्यक्रम भी महक रहे हैं। फूलों की पत्तियों की वर्षा। मालाओं से स्वागत। कहीं गुलाब की मालाएं तो कहीं गेंदा की।
माननीय की मौजूदगी वाले आयाेजनों के लिए फूलों की खपत भी बढ़ी है। स्वागत और सत्कार के लिए सबसे ज्यादा गुलाब की मांग है। बड़ी रैली और जनसभा के लिए गुलाब और गेंदा के फूल व माला के एडवांस आर्डर भी बुक हैं। मुनाफे को भुनाने में दुकानदार भी कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं। एक-एक दिन में लगभग दो से ढाई सौ किलो फूलों की प्रतिदिन बिक्री हो रही है।
मैनपुरी में सात मई को होना है मतदान
मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए सात मई को मतदान होना है। मात्र सात दिन का समय शेष है। हर पार्टी के बड़े नेता की रैली व जनसभा तय हो चुकी है। भाजपा से पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, सपा से वर्तमान सांसद डिंपल यादव और बसपा से पूर्व विधायक शिवप्रसाद यादव चुनाव मैदान में हैं।प्रत्याशी से लेकर पदाधिकारी एक-एक दिन में 20 से 30 जनसभा और रैली कर रहे हैं। कई स्थान पर बड़े मंच भी सज रहे हैं। दिग्गजों की जनसभा भी लगी हैं। दो मई को बसपा प्रमुख मायावती की जनसभा और उसी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रोड शो होना है। नेताजी के कार्यक्रम को महकाने के लिए सबसे ज्यादा मांग फूलों की है।
थोक कारोबारी राजू कश्यप का कहना है कि पिछले कुछ दिन से दो से ढाई सौ किलो फूलों की प्रतिदिन मांग हो रही है। अब 20 से 30 किलो तक वाली बड़ी माला के भी चार आर्डर आए हैं। सबसे ज्यादा गुलाब के फूलों की खपत हो रही है। बड़ी जनसभा में छोटी और बड़ी माला मांगी जा रही हैं।
बरेली से आ रहा गुलाब, आगरा से गेंदा
फूल कारोबारी रामदास का कहना है कि जिले में फूलों की इतनी पैदावार नहीं होती है। मांग पूरी करने के लिए बरेली से 150 से 200 रुपये प्रति किलो की दर से गुलाब मंगाया जा रहा है। वहीं गेंदा के लिए आगरा और कानुपर से संपर्क साधा जाता है। 70 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से यह मिल रहे हैं।
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दूसरी तरफ चुनावी मौसम में भी कुछ फूल कारोबारी निराश हैं। फूल विक्रेता दीपू और कुलदीप का कहना है कि पिछले कुछ चुनाव की अपेक्षा इस बार कारोबार में कमी आई है। पहले मंच सज्जा का दो दिन पहले ही काम मिल जाता था। हर नेता के स्वागत के लिए कम से कम 500 माला प्रतिदिन खरीदी जाती थीं। प्रत्येक सभा में लगभग 70 से 100 बुके बिक जाते थे। इस बार पहले जैसा कारोबार नहीं है। मालाओं से ज्यादा बुके की मांग आ रही है।ये हैं फूलों के रेट
- 50 रुपये में माल्यार्पण के लिए गेंदा की छोटी माला
- 100 रुपये में माल्यार्पण के लिए गुलाब और गेंदा की छोटी माला
- 10 से 30 किलो की बड़ी माला चार हजार से आठ हजार रुपये तक
- 150 रुपये में छोटा बुके
- 300 रुपये में बड़ा बुके