Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

93 करोड़ रुपये से होगा रेल रूट का विद्युतीकरण

भोगांव संसू। रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण कार्य में 93 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। रेलवे बजट मंजूर करने के साथ ही काम का जिम्मा भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को दिया है। 116 किमी ट्रैक का विद्युतीकरण एक साल में पूरा करने के लिए काम तेज किया जा रहा है। विद्युतीकरण के बाद रेलवे इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरू करेगा।

By JagranEdited By: Updated: Wed, 08 Jul 2020 06:03 AM (IST)
Hero Image
93 करोड़ रुपये से होगा रेल रूट का विद्युतीकरण

संसू, भोगांव: रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण कार्य में 93 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जाएगी। रेलवे बजट मंजूर करने के साथ ही काम का जिम्मा भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को दिया है। 116 किमी ट्रैक का विद्युतीकरण एक साल में पूरा करने के लिए काम तेज किया जा रहा है। विद्युतीकरण के बाद रेलवे इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरू करेगा।

जिले से होकर गुजरने वाले शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद रेल रूट के विद्युतीकरण के लिए केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन ने बजट जारी कर दिया है। 106 किमी लंबे ट्रैक पर लूप लाइनों को मिलाकर 116 किमी के दायरे में विद्युतीकरण किया जाना है। विद्युतीकरण के लिए टेंडर मिलने के बाद बीएचईएल ने काम शुरू कर दिया है। रेलवे विद्युतीकरण संगठन ने इस ट्रैक के लिए बजट आवंटित कर दिया है। पूरे ट्रैक के विद्युतीकरण, पावर हाउस निर्माण आदि पर 93 करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी। इस धनराशि को मंजूर कर काम तेजी से कराने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन के अधिकारी लगातार काम का जायजा ले रहे हैं। 2021 के अंत तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यदायी संस्था बीएचईएल ने पावर हाउस निर्माण भी शुरू करा दिया है।

एक किमी पर 80 लाख का खर्च

रेल रूट के विद्युतीकरण में एक किमी ट्रैक पर तकरीबन 80 लाख की धनराशि का खर्चा आएगा। विद्युतीकरण के अतिरिक्त ट्रैक के सभी स्टेशनों के प्लेटफार्म पर बिजली के लिए अलग से सप्लाई की व्यवस्था की जाएगी। काम शुरू कर अधिकारियों ने पूरे ट्रैक का नक्शा तैयार कर लिया है।

शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद रेल रूट विद्युतीकरण का काम बीएचईएल ने तेजी से शुरू किया है। इस सैक्शन को पूरा करने के बाद मैनपुरी इटावा ट्रैक को विद्युतीकृत करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। बजट आवंटित कर काम की निगरानी की जा रही है। रत्नेश द्विवेदी, उपमुख्य विद्युत अभियंता, केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन लखनऊ