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ATM Card Fraud का खुलासा, मशीन में फेवीक्विक डाल चिपकाते थे कार्ड, Inter State Gang ने खाेला अपराध का पूरा राज

Mainpuri Crime News मैनपुरी में एटीएम कार्ड फंसाने वाले गिरोह का भंडाफोड़। अंतरराज्यीय है जालसाज गिरोह छह गिरफ्तार। साइबर सेल की पूछताछ में मिली अहम जानकारियां। मशीन में फेवीक्विक डाल चिपकाते है एटीएम कार्ड। 48 एटीएम कार्ड 65 सिमें बरामद।

By Dileep SharmaEdited By: Tanu GuptaUpdated: Wed, 30 Nov 2022 12:38 PM (IST)
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Mainpuri Crime News: पकड़े गए एटीएम फ्राड करने वाले गिरोह की जानकारी देते एसपी कमलेश दीक्षित।
मैनपुरी, जागरण टीम। एटीएम कार्ड को फंसा कर जालसाजी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए साइबर सेल ने आधा दर्जन जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अपराधियों में से तीन बिहार के रहने वाले हैं। पूछताछ में जालसाजों ने पुलिस काे अहम जानकारियां दी हैं।

एसपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि पिछले कुछ समय से जिले में एटीएम कार्ड के मशीन में फंसने के बाद खाते से नकदी उड़ाने की घटनाएं सामने आ रही थी। इसे लेकर साइबर सेल को चौकन्ना किया गया था। साइबर सेल ने एटीएम व अन्य वैज्ञानिक पद्धति से जालसाजों की पहचान कर ली।

मंगलवार सुबह मिली सूचना के बाद ईशन नदी पुल के पास कार में सवार आधा दर्जन जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने कई घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की। पुलिस पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। पकड़े गए जालसाजों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

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मशीन में फेवीक्विक डाल चिपकाते है एटीएम कार्ड

पूछताछ में जालसाज ने अपराध की पूरी प्रक्रिया की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि वे पूरी घटना को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते है। उनका एक साथी एटीएम की केबिन में जाकर मशीन के ऊपर अपने गिरोह के साथी का मोबाइल नंबर लिखा कागज चिपका देता है। फिर मशीन के अंदर फेवीक्विक डालकर बाहर निकल आता है। उसके बाद दूसरा जालसाज केबिन के बाहर खड़े होकर ग्राहक के आने की प्रतीक्षा करता है। ग्राहक के आते ही जालसाजों का साथी उसके पीछे केबिन के अंदर घुसता है और ग्राहक द्वारा फीड किए जाने वाले गुप्त कोड को देखता है। इसी बीच एटीएम कार्ड फेवीक्विक में चिपक जाता है।

जालसाज देता है फोन करने की सलाह

कार्ड चिपकने पर ग्राहक परेशान होता है तो जालसाज उसे मशीन पर चिपके नंबर को कस्टमर केयर का नंबर बताते हुए फोन करने की सलाह देता है। फोन करने पर जालसाज का साथी फोन उठाता है और गुप्त कोड मशीन पर फीड करने को कहता है। इसके साथ ही अन्य जानकारियां मांगता है। कार्ड न निकलने पर ग्राहक को बताया जाता है कि कंपनी के इंजीनियर कार्ड निकालने के बाद आपको फोन करेगा। ग्राहक को घर भेज दिया जाता है। तभी जालसाज का साथी प्लास से कार्ड को खींच लेता है और नकदी निकाल ली जाती है।

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ये जालसाज हुए गिरफ्तार

सुमित और मुहम्मद मंटू निवासीगण पूर्णिया बिहार, हाल निवासीगण चोटपुर कालोनी नोएडा, मुहम्मद जाहिद निवासी गांव अमाड़ी कुकरन थाना धमिया पूर्णिया बिहार, गजेंद्र निवासी गांव तौली थाना अनूपपुर बुलंदशहर, गौरव निवासी गांव पुरा थाना सिकंदराराऊ हाथरस, लोकेश निवासी गोकुलपुर थाना निधौली एटा को गिरफ्तार किया गया है।

48 एटीएम कार्ड, 65 सिमें बरामद

पकड़े जालसालों की तलाशी हुई तो उनके कब्जे से 48 एटीएम कार्ड, 65 सिम, छह माेबाइल, दो तमंचे, चार कारतूस, छह पैकेज फेवीक्विक, दो सर्जिकल ब्लेड, 75 हजार रुपये की नकदी बरामद हुई है। जालसाजों के कब्जे में मिली कार चोरी की बताई जा रही है।

जालसाजों की संपत्ति जब्त करेगी पुलिस

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देकर जालसाजों ने काफी संपत्ति अर्जित की है। एसपी ने बताया कि जालसाजों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज की जाएगी और इसी कानून के तहत जालसाजों की संपत्ति को जब्त किया जाएगा।

सौ से ज्यादा घटनाओं को दे चुके अंजाम

पकड़े गए जालसाजों ने बताया कि वे मैनपुरी, आगरा, फिरोजाबाद, कन्नौज, कानपुर, लखनऊ, नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद व अन्य जिलों में 100 से अधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। इसी गिरोह में 17 नवंबर को चांदेश्वर रोड निवासी मुन्नी देवी और सात नवंबर को गोपाल नगर निवासी जयसिंह के एटीएम को चिपका का नकदी निकाली थी।

इस टीम ने किया जालसाजों को गिरफ्तार

साइबर सेल प्रभारी राजेश कुमार, उप निरीक्षक आदित्य खोखर, अरविंद कुमार, आरक्षी विजय सिंह, सरयू कुमार, गौरव कुमार, महिपाल सिंह, जोगेंद्र चौधरी और मनोज कुमार ने गिरोह का राजफाश कर गिरफ्तारी की है। 

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