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आखिर क्यों सपा ने चुनाव आयोग से की मैनपुरी में प्रशासनिक अमला बदलने की मांग, प्रदेश अध्यक्ष ने दिया है ये हवाला

सपा ने डीएम एसपी एडीएम एएसपी एसडीएम और सीओ को बताया भाजपा का एजेंट। सभी को वहां हटाने के लिए चुनाव आयोग से मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष ने तीन पत्र भी लिखकर भेजे हैं जिनमें कारण बताया गया है। एक अतिरिक्त एएसपी पर सवाल खड़े किए हैं।आरोप लगाया है कि वे भाजपा नेताओं के इशारे पर पुलिस लाइन में बैठकर चुनाव प्रभावित करने की रणनीति तैयार कर रहे हैं।

By Dileep Sharma Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 19 Mar 2024 07:59 AM (IST)
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Mainpuri News: - सपा ने डीएम, एसपी, एडीएम, एएसपी, एसडीएम और सीओ को बताया भाजपा का एजेंट

जागरण संवाददाता, मैनपुरी। चुनावी अधिसूचना के बाद प्रशासनिक अधिकारियों पर सवाल उठाने का सिलसिला शुरू हो गया है। सोमवार को समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से डीएम, एसपी, एडीएम, एएसपी, एसडीएम भोगांव, सीओ और करहल थाना प्रभारी को हटाए जाने की मांग की। अधिकारियों पर भाजपा के इशारे पर कार्य करने का आरोप लगाया गया है।

सोमवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को तीन शिकायती पत्र भेजे हैं। एक शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि मैनपुरी में तैनात डीएम अविनाश कृष्ण सिंह, एडीएम रामजी मिश्र ने विधानसभा लोकसभा उपचुनाव और स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा के एजेंट के रूप में काम किया है।

एसडीएम भोगांव पूर्व विधायक की पुत्रवधू

एसडीएम भोगांव संध्या शर्मा पूर्व विधायक अशोक दुबे की पुत्रवधू है और यह भाजपा नेता के रूप में काम कर रही हैं। वह इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा जो मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आती है, वहां की रहने वाली है।

दूसरे पत्र में शिकायत की गई कि एसपी विनोद कुमार ने लोकसभा उप चुनाव और स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा के एजेंट के रूप में कार्य किया था। सीओ करहल के पद पर तैनात संतोष कुमार और थाना प्रभारी ललित भाटी पर भी विधानसभा, लोकसभा उप चुनाव और निकाय चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान कराने का आरोप लगाया गया है।

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सांसद का रोका था काफिला

इनके अलावा किशनी थाने में तैनात उपनिरीक्षक अमित कुमार सिंह पर भी यही आरोप लगाया कि उप निरीक्षक ने लोकसभा उप चुनाव में सांसद डिंपल यादव के नामांकन के समय सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के काफिले को रोका था।

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सपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिए गए तीसरे शिकायती पत्र में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव में धांधली करने की नीयत से जिले में दो एएसपी नियुक्त किए गए हैं। जबकि जिले में एक ही एएसपी की तैनाती होती रही है, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव प्रभावित करने के उद्देश्य से शासन द्वारा एक अतिरिक्त एएसपी के पद पर अनिल कुमार को तैनात किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने सभी अधिकारियों को हटाने की मांग की है।

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