मैनपुरी में कलश विसर्जन के दौरान काली नदी में सात डूबे, पांच को बचाया; दो बच्चियां लापता
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में एक दुखद हादसा हुआ। काली नदी में कलश विसर्जन के दौरान सात लोग पानी में डूब गए जिनमें से पांच को बचा लिया गया लेकिन दो किशोरियों की तलाश अभी भी जारी है। पुलिस और गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हैं। यह हादसा विजलई गांव में श्रीमद भागवत कथा के समापन के बाद हुआ।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी। एटा जिले के गांव विजलई में चल रही कथा के समापन पर काली नदी में कलश विसर्जन के दौरान छह किशोरियां और एक युवक पानी में डूब गया। कुरावली और एटा पुलिस ने गोताखोरों की मदद से चार किशोरियों और युवक को पानी से बाहर निकाल लिया, परंतु दो किशोरियों का अभी तक कोई पता नहीं चल सका है, जिनकी तलाश जारी है।
यह है पूरा मामला
एटा जिले के थाना जसरथपुर क्षेत्र के गांव विजलई में स्थित शिव मंदिर पर 16 अक्टूबर से श्रीमद भागवत कथा का आयोजन हो रहा था। 22 अक्टूबर को कथा समापन के बाद 23 को भंडारा हुआ।
गुरुवार दोपहर को बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं, पुरुष और बच्चे ट्रैक्टर-ट्राली द्वारा कुरावली थाना क्षेत्र के गांव अलूपुरा से गुजर रही काली नदी के घाट पर कलश विसर्जन के लिए पहुंचे थे।
नदी में नहाते वक्त हादसा
कलश विसर्जन के दौरान महिलाएं, पुरुष और बच्चे नदी में नहाने लगे। नहाते समय गांव निवासी 16 वर्षीय सरोजनी, 12 वर्षीय चांदनी, 10 वर्षीय सोनकी, 25 वर्षीय मूर्ति, आठ वर्षीय वंदना, 10 वर्षीय साक्षी पानी में डूबने लीं तो उन्हें बचाने के लिए गांव निवासी शीलू भी पानी की धार के निकट पहुंचकर डूबने लगा। युवक के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने सोनकी, मूर्ति, वंदना, सानवी, शीलू को डूबने से बचा लिया, लेकिन सरोजनी और चांदनी का अभी तक कोई पता नहीं चल सका। घटना की सूचना पाकर कुरावली और एटा के जसरथपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।