UP Politics: करहल सीट पर सपा प्रत्याशी का सस्पेंस खत्म, प्रो. रामगोपाल ने सावर्जनिक रूप से घोषित किया नाम
UP Assembly By Election Karhal Candidate करहल में आयोजित दिवाकर समाज सम्मेलन में सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर बुलडोजर चलाने वाले अधिकारी जेल भेजे जाएंगे। प्रो. रामगोपाल यादव करहल के उपचुनाव में प्रत्याशी के रूप में तेजप्रताप यादव की घाेषणा करते हुए कहा कि इनको सभी मिलकर रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाएं।
संसू जागरण, करहल। Mainpuri News: करहल विधानसभा सपा प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने करहल सीट पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी की ओर से तेजप्रताप सिंह तेजू के प्रत्याशी होने की बात कही।
सोमवार को कस्बा करहल में आयोजित सपा के दिवाकर समाज सम्मेलन में प्रो. रामगोपाल ने इस आशय पर सार्वजनिक घोषणा करते हुए कहा, कि अबकी बार तेजप्रताप को भारी मतों से जिताइए।इसके साथ ही, भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, कि पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यकों के घरों और संस्थानों पर बिना अदालत की अनुमति के बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी हमारे लोगों को झूठे मुकदमे लिखकर जेल में भेज रहे हैं। इनकी सूची तैयार की जा रही है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराकर उनको जेल भेजा जाएगा। क्योंकि ऐसे अधिकारी सरकार के इशारे पर मनमाने तरीके से लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी बेगुनाहों को गोली मार रहे हैं।
भाजपा ने दलितों और पिछड़ों से आरक्षण छीनने का किया काम
सोमवार को कस्बा करहल में आयोजित सपा के दिवाकर समाज सम्मेलन में प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनने का काम किया है। जब से देश में भाजपा सरकार आई है, किसी दलित को सरकारी नौकरी नहीं मिली है। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के बने कानून के विपरीत भाजपा सरकार चल रही है।
भाजपा ने उद्योगपतियों के कहने पर सीधे मुख्य सचिव बनाया
रामगोपाल ने कहा कि केंद्र में आईएएस को प्रमुख सचिव पद पर पहुंचने के लिए लगभग 15 वर्ष तक आईएएस पद पर काम करने के बाद केंद्र में मुख्य सचिव पद पर तैनात किया जाता है। मगर भाजपा ने उद्योगपतियों के कहने पर 40 से अधिक लोगों को केंद्र में सीधे-सीधे मुख्य सचिव पर तैनात कर दिया। जब इसके बारे में विरोधी दलों को जानकारी हुई तब उन्होंने इस मामले को न्यायालय तक पहुंचाया। न्यायालय ने भाजपा सरकार से पूछा कि उक्त नियुक्तियों में कितने प्रतिशत आरक्षण के लोग रखे गए हैं। बताया गया एक भी आरक्षित वर्ग से नहीं लिया गया है।ये भी पढ़ेंः बदायूं में हिंदू बालिका से रेप: टॉफी का लालच देकर तारिक ने बच्ची को बुलाया, आक्रोशित भीड़ सड़क पर उतरी ये भी पढ़ेंः Haryana Election Result: मतगणना से पहले सीएम नायब सिंह पहुंचे सैनी समाज धर्मशाला, कार्यकर्ताओं-समर्थकों से की बातचीत
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।