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ग्रामीणों ने छिपा ली थीं आठ ताम्र निधियां, बरामद

सोमवार को एएसआइ के विशेषज्ञों ने फिर की जांच बरामद हुई ताम्र निधियां भी पुलिस ने एएसआइ को सौंपीं

By JagranEdited By: Updated: Tue, 14 Jun 2022 06:45 AM (IST)
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ग्रामीणों ने छिपा ली थीं आठ ताम्र निधियां, बरामद

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: कुरावली के गांव गणेशपुर में कुछ ताम्र निधियों को ग्रामीणों ने छिपा लिया था। पुलिस ने सोमवार को आठ और ताम्र निधियां बरामद कर लीं हैं। इनको भी जांच करने आए भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया। पुरातत्व विशेषज्ञों ने सोमवार को भी खेत और ताम्र निधियों का निरीक्षण किया।

बीते दिन ग्राम गणेशपुर में माइनर के निकट बहादुर सिंह फौजी के खेत में जेसीबी से समतलीकरण के दौरान जमीन में दबे प्राचीन शस्त्र मिले थे। जिला प्रशासन के जानकारी देने पर एएसआइ की टीम ने रविवार को जांच की थी। एएसआइ का अनुमान है कि खेत से मिलीं ताम्र निधियां 3800 से 3900 साल पुरानी हैं। एएसआइ को 39 ताम्र निधियां सौंप दी गई थीं। रविवार को चर्चाएं थीं कि समतलीकरण के दौरान कुछ और ताम्र निधियां भी मिली थीं, जिनकों ग्रामीणों द्वारा छिपा लिया गया। सोमवार को उप निरीक्षक सत्येंद्र कुमार सोनकर ने ने ग्रामीणों को स्वेच्छा से ताम्र निधियां न लौटाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी, जिसके बाद आठ और ताम्र निधियां ग्रामीणों ने पुलिस को सौंप दी।

सोमवार को एएसआइ के पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल फिर गनेशपुर पहुंचे। उन्होंने मौके जाकर करीब एक घंटे तक जांच की। बरामद की गईं आठ ताम्र निधियों का भी परीक्षण किया। इनमें से दो ताम्र निधियां तलवार जैसी लग रही हैं। पुरातत्वविद ने बताया कि ताम्र निधियां बहुत प्राचीन लग रही हैं। इनकी विस्तृत जांच की जाएगी। पुलिस-प्रशासन ने खेत को सुरक्षित रखने का अनुरोध किया गया है। खेत पर पुलिस पिकेट तैनात

ग्राम गणेशपुर में खेत में ताम्र निधियां मिलने के बाद सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। ग्रामीणों द्वारा खेत में चोरी छुपे खोदाई न की जाए, इसके लिए खेत में पुलिस पिकेट लगा दी गई है। इंस्पेक्टर बीएस भाटी ने बताया ग्रामीणों द्वारा खोदाई के दौरान गायब किए गए आठ शस्त्रों को पुलिस द्वारा पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया है। अभी भी जांच की जा रही है। एहतियातन खेत में पुलिस पिकेट लगाई गयी है, ताकि खेत से कोई व्यक्ति अनावश्यक छेड़छाड़ न कर सके।

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