Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Mathura News: 12 किलाेमीटर तक कार ने घसीटा रिजपाल, पीएम रिपोर्ट ने सभी को झकझोरा, चकनाचूर हो गई थीं हड्डियां

Mathura News एक फरवरी को रिजपाल छुट्टी लेकर आए और वेतन आनलाइन अपनी मां रमाकांति के खाते में ट्रांसफर कर दिए। पांच सौ रुपये अपने पास रखे। स्नेह बाबू ने बताया वह भाई को सोमवार शाम साढ़े सात बजे पंचशील भरोसा मार्ग पर गाड़ी से छोड़कर चले गए।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Thu, 09 Feb 2023 09:56 AM (IST)
Hero Image
Mathura News: गरीबी से मुक्ति के संघर्ष में खोया होनहार रिजपाल

मथुरा, जागरण टीम। यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे कार में फंसकर 12 किमी तक घिसटे युवक रिजपाल के शरीर की कई हड्डियां टूट गई थीं। पेट का हिस्सा कुचल गया था। पुलिस ने पंचनामा में हाथ-पैर में 11 और सिर में नौ स्थानों पर चोट दर्शाई थीं। दो सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया और पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई।

भाई ने लिखवाया मुकदमा

रिजपाल के छोटे भाई ने थाना मांट में कार चालक वीरेंद्र बघेल के विरुद्ध तेजी व लापरवाही से कार चलाकर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा लिखाया है। आरोपित वीरेंद्र पुलिस अभिरक्षा में है। कार जब्त कर ली गई है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। आगरा निवासी वीरेंद्र सिंह बघेल वर्तमान में दिल्ली के संगम विहार कालोनी में रहते हैं। वह मंगलवार को तड़के अपने रिश्तेदारी में हुए वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होकर स्विफ्ट कार से दिल्ली लौट रहे थे। कार में उनके चाचा रामशरण, चाची पुष्पा, बहन बेबी और बहनोई भोला सवार थे। मांट टोल पर उनकी कार के बंपर गार्ड में इटावा निवासी रिजपाल का शव फंसा मिला था। जो कार में 12 किलोमीटर तक घिसटता हुआ आया था।

गंभीर चोट लगने से मौत

बुधवार को दोपहर चिकित्सक डा. गोपाल सारस्वत और राजेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से शव का पोस्टमार्टम किया। अत्यधिक गंभीर चोट लगना ही रिजपाल की मृत्यु का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्शाया गया है। थाना प्रभारी मांट प्रदीप कुमार ने बताया कि जब तक वीरेंद्र पर दोष सिद्ध नहीं होता है, तब तक उनको जेल नहीं भेजा जाएगा।

ये भी पढ़ें...

Meerut बरात चढ़त में तेज रफ्तार ईको का कहर, डांस कर रहे बरातियों को कुचला, दूल्हे के तहेरे भाई सहित तीन की मौत

नहीं हो सकी बस ट्रेस

घटना की जांच कर रही पुलिस अभी तक उस बस को ट्रेस नहीं कर पाई, जिसमें रिजपाल ग्रेटर नोएडा के परीचौक से इटावा को सवार हुए थे। जिस स्थान पर रिजपाल को उसके छोटे भाई स्नेह बाबू ने छोड़ा था। वहां से लेकर ग्रेटर नोएडा के परीचौक तक के सभी सीसीटीवी खंगाल लिए गए हैं। पर अभी रिजपाल कहीं पर भी सीसीटीवी में नजर नहीं आए। इसलिए अभी यह पता चल सका है कि ग्रेटर नोएडा के परीचौक से वह रोडवेज बस या प्राइवेट बस में सवार हुए थे।

प्रार्थना पत्र के आधार पर मुकदमा लिखा गया है। मांट पुलिस घटना की जांच करेगी। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजन की सिपुर्दगी में दे दिया गया है। त्रिगुण बिसेन, एसपी ग्रामीण