लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के शूटर के बयान के बाद तीन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, एसएसपी ने किया निलंबित
दिल्ली के जिम संचालक नादिर शाह की हत्या में शामिल लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य योगेश उर्फ राजू को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा गया जिसके पुलिस हिरासत में मीडिया से बात करने पर तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। वहीं अस्पताल में भर्ती योगेश को जेल भेज दिया गया है। हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ सामने आया था।
जागरण संवाददाता, मथुरा। दिल्ली के जिम संचालक नादिर शाह की हत्या के मामले में मुठभेड़ में पकड़े गए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य योगेश उर्फ राजू के पुलिस हिरासत में मीडिया में बयान देने पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। योगेश की सुरक्षा में तैनात एक दारोगा और दो सिपाहियों को एसएसपी ने निलंबित कर दिया।
यह है पूरा मामला
दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में 12 सितंबर को जिम संचालक नादिर शाह की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ सामने आया। घटना को अंजाम देने में वांछित शूटर बदायूं के राज चौक कट्टा बहरामपुरा निवासी योगेश उर्फ राजू को दिल्ली पुलिस और रिफाइनरी पुलिस ने मुठभेड़ में दबोच लिया।
गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ योगेश के पैर में लगी थी। उसे पुलिस हिरासत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस हिरासत में ही उसने मीडिया कर्मियों को से बातचीत की। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हुआ तो इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने पुलिसकर्मियों की लापरवाही माना।
सुरक्षा में तैनात रिफाइनरी थाने के दारोगा रामसनेही, हेड कांस्टेबल विपिन और कांस्टेबल संजय को निलंबित कर दिया। एसएसपी ने बताया कि ये कार्रवाई कार्य में लापरवाही बरतने पर की गई है। उधर, अस्पताल में भर्ती योगेश को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया।
सलमान खान को दी थी धमकी
गौरतलब है कि पुलिस हिरासत में आए शूटर योगेश ने मीडिया में कहा कि हाशिम बाबा गैंग को अब लॉरेंस बिश्नोई ही संभाल रहे हैं। तीन से चार माह पूर्व दोस्तों के संपर्क से उसने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से लॉरेंस से बात की थी। इसके बाद से वह लॉरेंस से जुड़ गया। उसने पुलिस को बताया कि लारेंस के अगले निशाने पर सलमान खान हैं। सलमान को अगर बचना है तो वह मंदिर पर जाकर माफी मांग लें।
16 वर्ष की उम्र में की थी पहली हत्या
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, शूटर योगेश ने बदायूं में 16 वर्ष की उम्र में पहली हत्या की थी। इस मामले में उसे जेल भेजा गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद इस पर मारपीट के कई मुकदमे दर्ज हुए। वर्ष 2017 में कासगंज में दूसरी हत्या करने के बाद अपराध की दुनिया में पैर पसार लिए। दिल्ली में शातिर बदमाशों के संपर्क में आ गया और फिर हाशिम बाबा गैंग व कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करने लगा।