Mathura News: लाडली जी मंदिर में हुए हादसे के बाद प्रशासन अलर्टपर, सफेद छतरी पर कराई बैरिकेडिंग, श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रही रोक
Mathura News डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय हादसा के बाद खुद मंदिर पहुंचे और की व्यवस्थाओं को देखा। अधिकारियों ने मंदिर परिसर में 13 स्थानों पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी कि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा न होने पाए। इसका असर यह हुआ कि आयोजन पूरी तरह शांतिपूर्ण संपन्न हो गया।
संवाद सूत्र, बरसाना। विश्वविख्यात लाडली जी मंदिर में भीड़ के दबाव में रविवार को हुए हादसा के बाद सोमवार को पुलिस प्रशासन खासा अलर्ट रहा। सुबह सात बजे ही डीएम और एसएसपी बरसाना मंदिर पहुंच गए। जिस मुख्य द्वार पर हादसा हुआ था, वहां श्रद्धालुओं को जमा नहीं होने दिया।
वहीं सफेद छतरी के पास बैरिकेडिंग कराकर श्रद्धालुओं का आवागमन बंद कर दिया था। साथ ही सभी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी थी। इसका असर रहा कि दूसरे दिन लठामार होली का आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।
पुलिस ने खुद बनाया था रूट प्लान
बीते वर्ष राधाष्टमी पर भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मृत्यु के बाद इस बार लाडली जी मंदिर का रूट प्लान पुलिस प्रशासन ने खुद बनाया था। लेकिन, रूट प्लान को सही ढंग से प्रभावी न किए जाने के चलते रविवार को लड्डू होली के आयोजन के दौरान मुख्य द्वार से निकास व प्रवेश होने से सीढ़ियों की रेलिंग टूट गई थी। इस हादसे में 24 श्रद्धालु घायल हो गए थे। आधा दर्जन की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर किया था।
डीएम और एसएसपी ने संभाला मोर्चा
इस हादसा को लेकर डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय सोमवार की सुबह सात बजे ही लाडली जी मंदिर पहुंच गए। मुख्य द्वार की जिन सीढ़ियों पर हादसा हुआ था, वहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ को एकत्र नहीं होने दिया। वहीं सफेद छतरी के पास बैरिकेडिंग कराई गई, ताकि यहां भीड़ एकत्र न हो सके। इसके बाद उन्होंने पूरे मंदिर मार्ग का निरीक्षण किया और सुरक्षा व्यवस्था परखी।
भीड़ का रहा दबाव
सोमवार को लठामार होली के आयोजन के दौरान लाडली जी मंदिर परिसर में जगह-जगह भीड़ का दबाव बना। लेकिन, भीड़ के जमा न होने देने की वजह से सब कुछ शांति से निपट गया। अगर यही सतर्कता लड्डू होली के आयोजन में होती तो शायद ये हादसा न होता।