छह दिसंबर को मथुरा में दीपदान और जलाभिषेक की घोषणा के बाद प्रशासन सतर्क, छावनी बना श्रीकृष्ण जन्मस्थान
छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मस्थान के गर्भगृह में दीपदान और जलाभिषेक की हिंदू संगठनों की घोषणा के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और ईदगाह की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। दोनों धर्मस्थलों के आसपास के अलावा चौराहा और गलियों में भी मंगलवार को पुलिस तैनात रहेगी। सामान्य तरीके से जो श्रद्धालु दर्शन करने जाएंगे उन्हें रोज की तरह जांच के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Tue, 05 Dec 2023 08:43 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मथुरा। छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मस्थान के गर्भगृह में दीपदान और जलाभिषेक की हिंदू संगठनों की घोषणा के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह को अभेद्य दुर्ग में तब्दील किया गया है। हिंदू और मुस्लिम पक्ष के 107 लोगों को शांतिभंग की आशंका में पाबंद किया गया।
संगठनों के पदाधिकारियों की तलाश में पुलिस सोमवार रात से ही दबिश दे रही है, लेकिन पदाधिकारी भूमिगत हो गए हैं। अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने की बरसी पर (छह दिसंबर को) अखिल भारत हिंदू महासभा (चक्रपाणि महाराज) ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान के गर्भगृह में जलाभिषेक और श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ने दीपदान करने की घोषणा की।
मथुरा: सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चौक बाजार क्षेत्र में पैदल गश्त करती पीएसी। फोटो जागरण
महासभा के ही युवा प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश भदौरिया ने लड्डू गोपाल की प्रतिमा की स्थापना की बात कही है। संगठन के दूसरे प्रदेशों के पदाधिकारियों ने भी कार्यक्रम में पहुंचने की घोषणा की थी।
महासभा के ही युवा प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश भदौरिया ने लड्डू गोपाल की प्रतिमा की स्थापना की बात कही है। संगठन के दूसरे प्रदेशों के पदाधिकारियों ने भी कार्यक्रम में पहुंचने की घोषणा की थी।
किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए चक्रपाणि महाराज के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय हरियाणा, दूसरे गुट की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी, संदीप शर्मा व मुस्लिम पक्ष के लोगों समेत अब तक प्रशासन ने 107 लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया है। 15 लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय में उपस्थित होकर बांड जमा किए।प्रमुख पदाधिकारियों की तलाश में पुलिस उनके घरों और संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। पदाधिकारियों को पहले ही नजरबंद करने की कोशिश की जा रही है।
घोषणा करने वाले संगठनों के पदाधिकारी छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर न पहुंच सकें, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय खुद हालात पर निगरानी रख रहे हैं।मथुरा: सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गोविन्द नगर क्षेत्र में पैदल गश्त लगाते आरएएफ के जवान।फोटो जागरण
सोमवार रात से ही श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। दोनों धर्मस्थलों के आसपास के अलावा चौराहा और गलियों में भी मंगलवार को पुलिस तैनात रहेगी।सामान्य तरीके से जो श्रद्धालु दर्शन करने जाएंगे, उन्हें रोज की तरह जांच के बाद ही अंदर जाने दिया जाएगा। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। कानून को हाथ में लेने की कोशिश करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।
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