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मथुरा में मतांतरण के प्रयास में पांच गिरफ्तार: ईसाई साहित्य बरामद, ताइवानी नागरिक को पुलिस ने किया रिहा

Mathura Update News ईसाई मिशनरी से जुड़े सभी लोग सफेद शर्ट व काली पैंट पहने थे। पुलिस ने थाने में कुछ महिला पुरुषों से पूछताछ की तो किसी महिला ने बताया कि उनके बच्चे की तबीयत खराब रहती थी ठीक होने पर प्रार्थना कर रहे थे। किसी महिला ने घर की परेशानी दूर होने पर सभा में शामिल होने की बात कही।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 22 Sep 2024 07:17 AM (IST)
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इंद्रपुरी कालोनी के तुलसीनगर में मतातरंण के प्रयास के आरोप में पकड़े गए ताइवानी नागरिक सिंगफू व अन्य। फोटो-वीडियो ग्रेव।
जागरण संवाददाता, मथुरा। Mathura News: ईसाई मिशनरी ब्रज क्षेत्र में भी मतांतरण की कोशिश में जुटी हैं। पुलिस ने शनिवार को छापा मारकर मतांतरण के कार्य में जुटे पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने एक ताइवानी नागरिक सहित सात अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया था, लेकिन जांच में उनकी भूमिका न मिलने पर रिहा कर दिया। गिरफ्तार लोगों के पास से 250 बाइबिल, बैंक पासबुक व ईसाई धर्म से संबंधित साहित्य बरामद हुआ है।

पुलिस को दी थी सूचना

शनिवार दोपहर एक बजे धर्म जागरण समन्वय के सह संयोजक विजय सिंह व अखिल भारत हिंदू महासभा की जिलाध्यक्ष छाया गौतम ने हाईवे थाने में जानकारी दी कि इंद्रपुरी के एक मकान में मतांतरण की कोशिश चल रही हैं, वहां 50 से ज्यादा लोग जुटे हुए हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो, चंगाई सभा (यीशु की प्रार्थना) चल रही थी। पुलिस ने वहां से ताइवानी नागरिक सिंगफू सहित 12 लोगों को पकड़ा।

ताइवानी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर आया था भारत

सीओ श्वेता वर्मा के अनुसार जांच के बाद धर्मांतरण प्रतिषेध (संशोधन) अधिनियम 2024 के अंतर्गत सैमसन सैमुअल, टावर-8 वैली व्यू एस्टेट गुरुग्राम, विकास भोई निवासी शालीमर बाग, अजय सेल्वाराज, गौतम नगर, राकेश आजादपुर (तीनों नई दिल्ली के) और मकान मालिक अमरदेव के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है। ताइवानी नागरिक सिंगफू टूरिस्ट वीजा पर आया था। वह सैमुअल के पास रहता था। पुलिस को जांच के दौरान मतांतरण में उसकी भूमिका नहीं मिली। लैपटॉप में भी कुछ संदिग्ध नहीं था।

एक वर्ष से सक्रिय हैं मिशनरी के लोग

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करते हैं। इससे पहले भी वह कालोनी में दो बार आ चुके थे। उनकी कई टीमें दूसरी जगहों पर भी लोगों को ईसाई धर्म के बारे में बताती हैं। थाने में एक महिला ने बताया कि उनके बच्चे की तबीयत खराब रहती थी। वह ठीक होने के लिए प्रार्थना में आ रहे थे।

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कुछ लोगों का कहना था कि पूर्व में ईसाई मिशनरियों द्वारा बताने पर पाठ किया तो उन्हें ऐसा लगा कि घरेलू कलह कम हो गई। इसके बाद प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। 

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