Ayushi Muder: विद्रोही तेवर से परेशान थे मां-बाप, सीने में मारी थीं दो गोलियां, सूटकेस के पास फूट-फूटकर रोए थे
Ayushi Murder आयुषी यादव हत्याकांड में पोस्टमार्टम के बाद मथुरा के ध्रुव घाट पर पिता ने दी मुखाग्नि। आयुषी के भाई को राया थाने में ही रखा गया। मंगलवार को दंपती भेजे जाएंगे जेल। आयुषी की पहचान पुलिस ने 48 घंटे बाद की थी।
मथुरा, जागरण टीम। दिल्ली की युवती आयुषी यादव की हत्या करने के बाद जिस ट्राली बैग में शव रखा था, उसके पास बैठकर माता-पिता फूट-फूटकर रोए। रात भर रोने के बाद सुबह बेटी का शव जब ठिकाने लगाने के लिए निकले तो कदम कांपने लगे। लेकिन पुलिस से बचने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे के सर्विस रोड पर शव फेंक दिया। दोपहर में आयुषी की गोली मारकर हत्या करने के बाद पिता नितेश यादव ने बाजार से पालीथिन खरीदी और फिर पत्नी के साथ मिलकर शव पैककर ट्राली बैग में रख दिया।
पुलिस को बताया बेटा नहीं था घर
पुलिस को पूछताछ में बताया कि उस वक्त बेटा आयुष घर से बाहर था। जब बेटा लौटकर आया तो उसने दीदी के बारे में पूछा तो मां ने बताया कि वह कहीं चली गई। रात में जब कमरे में कोई नहीं था, तो माता-पिता ट्राली बैग के पास फूट-फूटकर रोए। रात भर दोनों वहां बैठे रहे। तड़के तीन बजे शव लेकर निकल पड़े। पिता ने बताया कि जब वह ट्राली बैग खींचकर घर से निकले तो पैर कांपने लगे। फिर हिम्मत जुटाई और निकल पड़े।
सोमवार देर शाम आयुषी का पोस्टमार्टम हुआ। पिता ने मथुरा में ही अंतिम संस्कार की इच्छा जताई। पुलिस की मौजूदगी में ध्रुव घाट पर अंतिम संस्कार हुआ, यहां पिता ने ही मुखाग्नि दी। इस दौरान पिता की आंख से आंसू नहीं आया, लेकिन मां फफक कर रो पड़ीं। भाई आयुष इस दौरान राया थाने में ही था। राया थाना प्रभारी ओमहरि वाजपेयी ने बताया कि मंगलवार को दंपती को जेल भेजा जाएगा और बेटे को उसके घर छुड़वाया जाएगा।
देवरिया से बनवाया रिवाल्वर का लाइसेंस
नितेश यादव के पास रिवाल्वर काफी पहले से था। उसने देवरिया जिले से इसका लाइसेंस बनवाया था। ये लाइसेंस आल इंडिया के लिए बना था, नितेश उसे दिल्ली में ही रखता था।
नीट में आया नाम, काउंसिलिंग में नहीं गई आयुषी
पुलिस की पूछताछ में स्वजन ने बताया कि आयुषी ने नीट परीक्षा क्लियर कर ली थी। लेकिन वह काउंसिलिंग में नहीं गई। माता-पिता ने काउंसिलिंग में शामिल होने के लिए काफी कहा, लेकिन वह नहीं मानी।
बेटी ने अपनाए थे विद्रोही तेवर
पुलिस को पूछताछ में पिता नितेश यादव ने बताया कि काफी समय से आयुषी ने विद्रोही तेवर अपना लिए थे। वह बात-बात पर परिवार का विरोध करने लगी थी। उसके बाहर आने-जाने पर टोका जाता, तो वह समझने के बजाए लड़ने लगती। ऐसे में पूरा घर उसके तेवरों को लेकर परेशान था।
मुख्यमंत्री व डीजीपी कार्यालय से ली गई जानकारी
आयुषी का ट्राली बैग में शव मिलने के बाद से खबर चर्चा में आई तो मुख्यमंत्री और डीजीपी कार्यालय से लगातार इसकी जानकारी की जा रही थी। मथुरा पुलिस के पास कार्यालय फोन पर अपडेट ली जाती थी, ऐसे में पुलिस भी इसके पर्दाफाश को लेकर तनाव में थी।
सीने में दो गोली, पैनल से पोस्टमार्टम
दिल्ली की बीसीए छात्रा आयुषी यादव की हत्या के बाद सोमवार को पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। वीडियोग्राफी भी हुई। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि शरीर पर चोट के कोई अन्य निशान नहीं मिले, सीने पर दो गोली मारकर हत्या की गई है। रिवाल्वर से पिता ने दो गोलियां मारी थीं, एक गोली आरपार निकल गई और एक बुलेट शरीर में फंसी मिली।
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