गोष्ठी व फूल बंगला सजाकर मनाई महाप्रभु वल्लभाचार्य जयंती
विभिन्न धार्मिक संगठनों ने जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर जीवन दर्शन से सभी को कराया रूबरू
By JagranEdited By: Updated: Wed, 27 Apr 2022 06:47 AM (IST)
संस, मथुरा : महाप्रभु वल्लभाचार्य जी के प्राकट्योत्सव के उपलक्ष्य में विभिन्न धार्मिक संगठनों ने जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर उनके जीवन दर्शन से सभी को रूबरू कराया। वक्ताओं ने उनके द्वारा रचित ग्रंथों व उनकी यात्रा पर भी प्रकाश डाला।
श्रीमद्भागवत कथा आयोजन समिति के तत्वावधान में लालागंज भरतपुर गेट स्थित जागेंद्रनाथ बालाजी मंदिर पर प्रात: बेला में सर्वप्रथम महाप्रभु की चित्राम छवि का वेदोक्त रीति से मंत्रोच्चारण के मध्य पूजन-अर्चन वैष्णव व विद्वानों द्वारा किया गया। इसके बाद मंगल दीप प्रज्ज्वलित कर उनके जीवन दर्शन पर संगोष्ठी हुई। समिति संस्थापक पंडित अमित भारद्वाज, भागवत वक्ता आचार्य रमाकांत गोस्वामी व महंत दीपक शास्त्री ने विचार रखे। कहा कि महाप्रभु जी ने अल्प आयु में 84 ग्रंथों की रचना की व पैदल तीन पदयात्रा करके 84 स्थानों पर जनकल्याण के लिए श्रीमद्भागवत का परायण किया। वे स्थान आज उनकी 84 बैठकों के नाम से जाने जाते हैं। आभार विजयकृष्ण ने व्यक्त किया। हर्षवर्धन शास्त्री, गगन शर्मा, नीरज शर्मा, कमलेश शास्त्री आदि मौजूद रहे। श्रीजी पीठाधीश्वर भोला बाबा महाराज श्रीजी गादिपति के निर्देशन में कार्यक्रम किया गया। संयोजक बसंतलाल मुखिया रहे। शाम को फूल बंगला सजाकर भजन संध्या आयोजित की गई। प्रात: काल विश्राम घाट महाप्रभु जी की बैठक पर बधाई गायन हुआ। कार्यक्रम में राजू सरदार, पारस सरदार, भोले, बालकृष्ण चतुर्वेदी, मोहन, विजय, राकेश मुखिया, राजकुमार शर्मा, कांतानाथ सरदार मौजूद रहे। छत्ता बाजार स्थित प्राचीन मंदिर गोवर्धन नाथ मंदिर में बसंत लाल शास्त्री की अध्यक्षता में सर्वप्रथम वल्लभाचार्य जी के चित्रपट पर महंत लोकेंद्र नाथ कौशिक व सर्वोदयी ब्राह्मण विकास संस्थान के सचिव नारायण प्रसाद शर्मा द्वारा माल्यार्पण एवं अंग वस्त्र धारण कराकर पूजन किया गया। वक्ताओं ने अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर रत्नेश चतुर्वेदी, आशा चतुर्वेदी, चिता हरि चतुर्वेदी, अलका मूंदरा, सौरभ कौशिक, व्यापार मंडल अध्यक्ष कुशलपाल शर्मा, साजन चतुर्वेदी, राहुल शर्मा, नंद लाल चतुर्वेदी मौजूद रहे।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।