UP Politics: चौधरी तेजवीर सिंह बने राज्यसभा सदस्य, लगातार तीन बार रहे लोकसभा सदस्य, निभाई हैं ये जिम्मेदारी, ऐसा है राजनीतिक सफर
Rajya Sabha Election Result Mathura News वर्ष 1996 से तीन बार सांसद का चुनाव भाजपा की टिकट पर जीता। यूपी कोआपरेटिव बैंक का अध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद दिया सरकार ने उन्हें दिया। 38 वोटों से उनकी जीत के बाद ज्यादातर समर्थक सोमवार को रात तक उनके स्वागत के लिए लखनऊ में डटे रहे। मथुरा में इससे पहले 1996 में बसपा के आरएन आर्या राज्यसभा सदस्य बने थे।
जागरण संवाददाता, मथुरा। मंगलवार को 28 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद जिले को राज्यसभा सदस्य मिला। चौधरी तेजवीर सिंह राज्यसभा चुनाव में विजयी घोषित हुए।
इससे पहले बसपा ने पार्टी के कद्दावर नेता आरएन आर्या को 1996 में राज्यसभा सदस्य बनाया था। इसके बाद से जिले में कोई राज्यसभा नहीं पहुंच सका। चौधरी तेजवीर सिंह के राज्यसभा सदस्य बनने से समर्थकों में खुशी की लहर है।
तीन बार लगातार सांसद बने थे
भाजपा के दिग्गज नेता चौधरी तेजवीर सिंह पहले ऐसे जनप्रतिनिधि हैं, जो जिले में लगातार तीन बार सांसद बने। उन्होंने वर्ष 1996, 1998 और 1999 में भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी। बाद में उन्होंने सरकार ने उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक का अध्यक्ष जैसा महत्वपूर्ण पद दिया। जाट समाज में उनकी मजबूत पकड़ को देखते हुए इस बार भाजपा ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के लिए प्रत्याशी बनाया था।38 मतों से जीते तेजवीर सिंह
सोमवार को लखनऊ में हुए निर्वाचन में 38 मत पाकर चौधरी तेजवीर सिंह विजयी हुए। सोमवार को उनके आनंद धाम स्थित आवास पर सन्नाटा पसरा रहा। समर्थक और स्वजन सुबह से ही लखनऊ में डटे रहे। जैसे ही उनके राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने की खबर लगी, खुशी की लहर दौड़ गई। समर्थकों ने उन्हें फूल-माला पहनाकर स्वागत किया। लखनऊ में भाजपा महानगर अध्यक्ष घनश्याम लोधी, महानगर महामंत्री राजू यादव, ज्ञानेंद्र राणा, राजवीर चौधरी, कुंज बिहारी चतुर्वेदी, राजेश सिंह पिंटू, हेेमंत अग्रवाल, यज्ञदत्त कौशिक, नितिन बंटी, नंदकिशोर, बलराम शर्मा, अनिल चौधरी आदि मौजूद रहे।
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लोकसभा में गैर जाट पर दांव लगा सकती है भाजपा
पूर्व सांसद चौधरी तेजवीर सिंह इस बार लोकसभा चुनाव के लिए प्रबल दावेदार थे। जाटलैंड कही जाने वाली कान्हा की नगरी में रालोद से बढ़ते दोस्ती के हाथ के बीच चौधरी तेजवीर सिंह को राज्यसभा भेजकर भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। उनके सहारे जाट वोटों में भी मजबूत सेंधमारी करने की कोशिश की।
Read Also: UP Politics: 26 की उम्र में सांसद, चंद्रशेखर सरकार में रहे मंत्री, ऐसा है राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन का राजनीतिक सफरपहले से भाजपा ने चौधरी तेजवीर सिंह को गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्री बना रखा है, जबकि मांट से राजेश चौधरी विधायक हैं। किशन चौधरी को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी दी गई है। चौधरी तेजवीर सिंह को राज्यसभा भेजने के बाद राजनीतिक हल्कों में चर्चा है कि भाजपा इस बार गैर जाट को लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बना सकती है। इसमें ठाकुर या ब्राह्मण प्रत्याशी होने की सबसे अधिक संभावना है।
दो बार से लगातार सांसद हेमा मालिनी पति धर्मेंद्र के कारण जाट समाज से भी ताल्लुक रखती हैं और खुद मायके पक्ष से ब्राह्मण हैं। दूसरे महिला होने के कारण उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। दूसरे भाजपा के कद्दावर नेता अरुण सिंह का नाम भी प्रत्याशिता को लेकर चर्चा में है।गोवर्धन विधायक ठाकुर मेघश्याम सिंह, पूर्व विधायक कारिंदा सिंह भी गैर जाट प्रत्याशियों में प्रमुख दावेदारों में माने जा रहे हैं। इसके अलावा पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, ब्राह्मण नेता और ब्लाक प्रमुख चौमुहां प्रतिनिधि शोभाराम शर्मा का नाम भी प्रमुखता से उनके समर्थक दावेदारों में ले रहे हैं।
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