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पुलिस ने 8 निर्दोषाें को जेल जाने से बचाया, बीमारी से हुई भाई की मौत; विरोधी को फंसाने के लिए घाेंटा रस्सी से गला

Mathura Crime News महावन पुलिस ने जांच कर जेल जाने से बचाए आठ निर्दोष। स्वजन ने गिरफ्तारी के लिए थाने में शव रख किया था हंगामा। आरोप लगाया था कि भाई ही हत्या की गई है। पुलिस ने पूरे मामले में छानबीन की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरा सच उगल दिया। पुलिस ने आरोपित दो भाई सहित चार को जेल भेजा है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 10 Nov 2024 12:03 PM (IST)
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भाई की बीमारी से मृत्यु के बाद हत्या का रूप देकर विरोधी पक्ष को फंसाने के आरोपित।
जागरण संवाददाता, मथुरा। ये बात सुनकर सभी दंग रह जाएंगे। भाई की मौत बीमारी से हो गई, लेकिन विरोधी पक्ष से इस कदर दुश्मनी कि दो भाइयों ने अपने ही मृत भाई का गला रस्सी से घोंट दिया, ताकि हत्या लगे। फिर आठ लोगों के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने को जमकर हंगामा किया। रिपोर्ट तो दर्ज हुई, लेकिन पुलिस ने सूझबूझ दिखाई। साक्ष्य जुटाए और फिर पूरी कहानी से पर्दा उठाया।

निर्दोषों को जेल जाने से बचा लिया। शनिवार को पुलिस ने राजफाश कर दो सगे भाई समेत चार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शनिवार को एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया, दो अगस्त को महावन के नगला हरजीवन निवासी श्रीपाल बीमार होने के कारण दवा लेने गए थे, रास्ते में मृत्यु हो गई। उनके भाई राजपाल ने महावन थाने में शिकायती-पत्र दिया।

हत्या का आरोप लगाकर किया था हंगामा

स्वजन ने आरोप लगाया कि श्रीपाल की गांव के लाला उर्फ अनिल, मुकेश, ओमी, राधे, बिल्लू, दिनेश, हरीश, गुडडा ने गले में रस्सी का फंदा लगाकर उनकी हत्या कर दी। ये भी बताया कि हत्या करते छोटे भाई राजेश ने देखा। स्वजन ने महावन थाने में शव ले जाकर हंगामा किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आया कि श्रीपाल की मृत्यु रस्सी से गला घोंटने से नहीं हुई।

एसएसपी ने गहनता से जांच के निर्देश दिए। यही कारण था कि आरोपितों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। एसएसपी ने बताया, सीसीटीवी, सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस, पीएम रिपोर्ट, फोरेंसिक लैब की जांच रिपोर्ट और साक्ष्य, लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पता चला कि जिन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया, वह घटना वाले दिन सीसीटीवी में कहीं भी नजर नहीं आए और उनकी लोकेशन भी नहीं थी। इसके बाद पुलिस की शक की सुई स्वजन पर गई।

स्वजन से पूछताछ की, तो कबूला जुर्म

स्वजन को बुला पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कुबूल लिया। विरोधियों को फंसाने का षड्यंत्र रचने, मृत्यु के बाद गला दबाने का निशान साफी से बनाकर झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाले मृतक के भाई व रिपोर्ट कराने वाले राजपाल, राजेश, राजपाल का बेटा दिलीप निवासी नगला हरजीवन महावन व साले प्रवीन निवासी गांव मदनपुरा रिफाइनरी को गिरफ्तार किया है।

बच्चों के झगड़े पर पुलिस ने दर्ज किए थे मुकदमे

एसएसपी ने बताया, श्रीपाल और विरोधी पक्ष के बीच जुलाई में बच्चों के झगड़े में परस्पर मुकदमे दर्ज हुए थे। इसी को लेकर श्रीपाल के भाई विरोधी पक्ष से रंजिश रखने लगे। श्रीपाल की बीमारी से मृत्यु होने पर स्वजन ने उसे हत्या का रूप दे दिया और विरोधी पक्ष को फंसाने के लिए थाने में हंगामा किया।

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मृत्यु के बाद बनाए थे गले में निशान

एसएसपी ने बताया, जब अस्पताल में श्रीपाल को मृत घोषित किया गया था, तब तक उनके गले में किसी प्रकार का निशान नहीं था। बाद में शव को एंबुलेंस में रखने के दौरान विरोधियों को फंसाने के उद्देश्य से गमछे से गले पर निशान बनाए गए थे। फोरेंसिक जांच से इसका राजफाश हो गया। 

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