आठ बार विधायक रहे श्याम सुंदर शर्मा बसपा से निष्कासित, पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप
मथुरा के मांट विधानसभा से आठ बार विधायक रहे श्याम सुंदर शर्मा को बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में यह कार्रवाई की है। श्याम सुंदर शर्मा 1989 से विधायक रहे और अलग-अलग पार्टियों से जुड़े। वह 2017 में बसपा से विधायक बने थे लेकिन 2022 में चुनाव हार गए थे।
जागरण संवाददाता, मथुरा। मांट विधानसभा से आठ बार विधायक रहे श्याम सुंदर शर्मा को गुरुवार को बसपा से निष्कासित कर दिया गया। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बसपा प्रमुख मायावती ने ये कार्रवाई की। वर्ष 2017 में वह बसपा से विधायक बने थे, जबकि 2022 को उन्हें फिर पार्टी ने प्रत्याशी बनाया, लेकिन जीत नहीं सके।
पहली बार चुनाव में ही बने थे विधायक
श्याम सुंदर शर्मा ने पहली बार विधानसभा का चुनाव मांट से 1989 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। वह पहली बार में ही विधायक बन गए। इसके बाद वर्ष 1991 व 1993 में भी कांग्रेस से ही विधायक चुने गए।
लगातार चुनाव जीतने के बाद वह वर्ष 2012 में रालोद के जयंत चौधरी से चुनाव हार गए, लेकिन जयंत चौधरी ने बाद में इस सीट से इस्तीफा दे दिया और उपचुनाव में श्याम सुंदर शर्मा फिर विधायक बने।
उन्होंने 2017 में बसपा से चुनाव जीता। वर्ष 2022 में पार्टी ने फिर उन्हें प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वह भाजपा के राजेश चौधरी के हाथों पराजित हो गए। बीते लोकसभा चुनाव में उनके द्वारा दूसरे दल में जाने और वहां से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं भी खूब हुईं, लेकिन श्याम सुंदर बसपा में ही बने रहे।
बसपा के जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश कर्दम ने बताया कि पार्टी सुप्रीमो ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के चलते ये कार्रवाई की है। उधर, श्याम सुंदर शर्मा से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था।
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