Mathura: फर्जी ED गैंग की महिला प्रोफेसर समेत पांच गिरफ्तार, कमीशन के लिए दोस्त काे बताया, उसने भेजी 'स्पेशल 26'
Fake ED Officers Gang Arrests सर्राफ के घर पर पहुंची फर्जी ईडी टीम के पांच सदस्य पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं जिसमें एक महिला प्रोफेसर भी शामिल है। महिला अंग्रेजी बोलना जानती थी इसलिए उसे गैंग में शामिल किया। सर्राफ के यहां रहे पूर्व कर्मचारी ने दोस्त को बताया था कि सर्राफ के घर 70 से 80 करोड़ की ब्लैकमनी है। पुलिस को अभी कुछ अन्य लोगों की तलाश है।
जागरण संवाददाता, मथुरा। राधा ऑर्चिड कॉलोनी में 30 अगस्त को सराफा कारोबारी अश्वनी कुमार के घर डकैती के इरादे से आए फर्जी ईडी गिरोह की महिला प्रोफेसर समेत पांच शातिरों को पुलिस ने दबोच लिया है। महिला प्रोफेसर दिल्ली व अन्य शातिर मथुरा के रहने वाले हैं। शातिरों ने सर्राफा कारोबारी के घर में डकैती का षड्यंत्र बनाया था।
सर्राफ के यहां काम करने वाले पूर्व कर्मचारी ने 70 से 80 करोड़ रुपये की ब्लैकमनी पकड़वाकर मोटे कमीशन के लिए अपने दोस्त को इसकी जानकारी दी थी। दोस्त ने फर्जी ईडी अफसर भेज दिए। गोविंद नगर पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार गिरोह के साथी से पूछताछ में यह सफलता हासिल की है।
घर में घुसकर डकैती डालने का किया था प्रयास
गोविंद नगर थाना क्षेत्र के राधा आर्चिड निवासी अश्वनी कुमार अग्रवाल के घर पर 30 अगस्त की सुबह 6.20 बजे स्विफ्ट डिजायर कार से आए फर्जी ईडी अधिकारियों ने डकैती के उद्देश्य से घर में घुसने का प्रयास किया था। इनमें एक ने दारोगा की वर्दी पहन रखी थी। अश्वनी किसी तरह भागकर पड़ोसी महापौर विनोद अग्रवाल के घर पहुंचे। शोरगुल होने पर फर्जी अधिकारी कार में सवार होकर भाग निकले थे।
पकड़े आरोपितों ने पूछताछ में दी जानकारी
गोविंद नगर थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया, मथुरा के शातिर नरेश निवासी रामनगर जमुनापार, गोविंद निवासी धौलीप्याऊ, जीतेश निवासी आदर्शनगर महोली रोड, देवेश निवासी गांव जमालपुर थाना फरह और दिल्ली के ग्रेटर कैलाश की रहने वाली शिखा लोचन को रविवार सुबह गोकुल रेस्टोरेंट के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में सामने आया है कि देवेश शर्मा सराफा कारोबारी अश्वनी के यहां पूर्व में नौकरी करता था। यहां उसने काफी रुपये देखे थे। इंटरनेट मीडिया में फिल्म देकर उसने एक योजना बनाई कि अगर कारोबारी का काला धन पकड़वा दिए जाए तो उसे अच्छा कमीशन मिल जाएगा।
दोस्त को दी ब्लैकमनी की जानकारी
देवपाल सिंह ने बताया, कि इसके बाद देवेश ने महोली रोड पर परचून की दुकान करने वाले अपने दोस्त जीतेश से कहा कि सराफा कारोबारी के घर पर 70 से 80 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी है। कोई ईडी का अधिकारी बताओ तो अच्छा कमीशन मिल जाएगा। जीतेश की दुकान पर गोविंद आता जाता था, जो देसी घी की सेल्समैनी करता था। गोविंद ने क्रीम से घी बनाने वाले मालिक नरेश से ईडी अधिकारी के बारे में जानकारी की।
नरेश ने दिल्ली के कुछ युवकों से संपर्क किया। इसके बाद दिल्ली के मास्टरमाइंड ईडी के फर्जी अधिकारी बनकर सराफा कारोबारी अश्वनी के घर पहुंच गए। लेकिन, अश्वनी की सतर्कता से वे सफल नहीं हो सके। गोविंद नगर थाना प्रभारी ने बताया, पकड़े गए सभी शातिरों को जेल भेज दिया है।
अंग्रेजी बोलने के लिए महिला प्रोफेसर को किया शामिल
वारदात के दौरान फर्जी ईडी अधिकारी पर किसी को शक न हो, इसके लिए आरोपितों ने तेजतर्रार अंग्रेजी बोलने वाली महिला प्रोफेसर को गिरोह में शामिल किया। दिल्ली की जिम्स कालकाजी कॉलेज में पढ़ाने वाली महिला प्रोफेशर शिखा लोचन दिल्ली के ग्रेटर कैलाश के बी ब्लॉक में रहती हैं। उन्होंने अपने पति को छोड़ रखा है। वह एक युवक के साथ दिल्ली में लिव इन रिलेशन शिप में रहती है।
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11 सितंबर को पकड़ा था पहला शातिर
सराफा कारोबारी अश्वनी अग्रवाल के घर डकैती के इरादे से आई फर्जी ईडी टीम के एक शातिर जगदीप सिंह निवासी गांव नदाला जिला कपूरथला, पंजाब को पुलिस ने 11 सितंबर को फरीदाबाद के सेक्टर-31 से गिरफ्तार किया था। आरोपित से पुलिस को कई अहम सुराग मिले थे। इसके बाद डकैती का षड़यंत्र रचने वाले पांच आरोपित गिरफ्तार किए गए। इस प्रकरण में अभी कई आरोपित शामिल हैं।