बेंगलुरु में लूट की घटना में सात बदमाश शामिल थे। हीरानाथ पूर्व में अमित के यहां काम करता था। उसे पता था कि धनराशि कब आती जाती है। हरीनाथ ही अलवर के भगवान सहाय और दतिया के धर्मेंद्र के संपर्क में था। भगवान सहाय की दोस्ती मथुरा के रविंद्र और राहुल से थी। ऐसे में हीरानाथ ने वहां लूट की साजिश रची।
जागरण संवाददाता, मथुरा। पुणे- बेंगलुरू हाईवे पर 30 जून को वहां के स्टील और सीमेंट व्यवसायी के एक करोड़ रुपये लूटने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को जैंत पुलिस ने मंगलवार देर रात मुठभेड़ में दबोच लिया। पैर में गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए। उनके कब्जे से लूटे गए रुपयों में से साढ़े दस लाख रुपये, चार तमंचे, नौ कारतूस और एक कार बरामद की गई।
एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में बताया, जैंत थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक बिना नंबर की कार घूम रही थी। मुखबिर से सूचना मिलने पर जैंत थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने उच्चाधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद एसओजी टीम के साथ कार की घेराबंदी की थी।
मंगलवार रात पौने 12 बजे रामताल रोड से देवी आटस बंबा रोड पर पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने चार बदमाशों को दबोच लिया। इसमें दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। बदमाशों ने नाम हीरानाथ निवासी ग्राम कालू थाना कालू जिला बीकानेर राजस्थान, रवि उर्फ रविंद्र निवासी गोपाल नगर थाना हाईवे, लक्ष्मण नाथ निवासी वीनादेसर थाना राजलदेशर जिला चूरू राजस्थान और राहुल निवासी ग्राम कमई थाना बरसाना बताए हैं।
घायल बदमाश को अस्पताल में कराया गया भर्ती
पैर में गोली लगने से घायल बदमाश हीरानाथ और रवि उर्फ रविंद्र को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। एसएसपी ने बताया, पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि 30 जून को पुणे- बेंगलुरु हाईवे पर बेंगलुरुनिवासी सीमेंट व स्टील व्यवसायी अमित का एक करोड़ रुपया उसके प्रबंधक लेकर जा रहे थे, तभी बदमाशों ने रुपया लूट लिया था। पकड़े गए बदमाशों के पास से साढ़े 10 लाख रुपये, चार तमंचे, नौ कारतूस और डकैती में इस्तेमाल की गई कार बरामद हुई है।
आरोपितों के खिलाफ विभिन्न थानों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं।
हीरानाथ ने रची थी लूट की साजिश
एसएसपी ने बताया कि बेंगलुरु में लूट की घटना में सात बदमाश शामिल थे। हीरानाथ पूर्व में अमित के यहां काम करता था। उसे पता था कि धनराशि कब आती जाती है। हरीनाथ ही अलवर के भगवान सहाय और दतिया के धर्मेंद्र के संपर्क में था। भगवान सहाय की दोस्ती मथुरा के रविंद्र और राहुल से थी। ऐसे में हीरानाथ ने वहां लूट की साजिश रची। पूर्व में भी अलग-अलग घटनाओं में सभी शामिल रहे।
बेंगलुरुपुलिस ने पूर्व में ही इस लूट में भगवान सहाय को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि धर्मेंद्र और भरतपुर का इलू अभी फरार है। जिस इनोवा गाड़ी से बदमाश पकड़े गए वह भी हीरानाथ की है। रवि उर्फ रविंद्र पर लूट व जानलेवा हमले के आठ, राहुल के ऊपर तीन, हीरानाथ के ऊपर दो और लक्ष्मण नाथ दो मुकदमे दर्ज हैं।
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