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Hariyali Teej: स्वर्ण-रजत हिंडोले में बांकेबिहारी के 12 घंटे होंगे दर्शन; मंदिर प्रबंधन की अपील, 'बीमार-बुजुर्ग न आएं'

Hariyali Teej बुधवार को हरियाली तीज पर ठाकुरजी को विशेष झूल पर विराजमान कराया गया। साल में एक बार इस स्वर्ण-रजत हिंडोले में ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन होते हैं। हरियाली तीज पर दर्शन के लिए मंदिर के समय में दो घंटे की बढ़ोत्तरी की गई है। वैसे मंदिर दस घंटे खुलता है। तीज पर देश के कोने-कोने से बांकेबिहारी के भक्त दर्शन के लिए आते हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 07 Aug 2024 09:09 AM (IST)
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आज स्वर्ण रजत हिंडोल में दर्शन दे रहे हैं ठाकुर बांकेबिहारी।
संवाद सहयोगी, वृंदावन/मथुरा। Hariyali Teej; हरियाली तीज पर बुधवार को ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी भक्तों की भीड़ से गुलजार थी। भोर में पांच बजे से ही बांकेबिहारी मंदिर के आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। जबकि मंदिर में हिंडोला को सजाया संवारा जा रहा था। भक्तों की बढ़ती भीड़ को देख सेवायतों ने ठाकुर बांकेबिहारीजी जब बेशकीमती स्वर्ण-रजत हिंडोला में विराजमान करवाया और सुबह 6.15 बजे मंदिर के पट खोल दिए।

तय समय से पहले मंदिर के पट खुलने का लाभ श्रद्धालुओं को भी मिला और सहूलियत के साथ बड़े ही इत्मिनान से आराध्य बांकेबिहारी को हिंडोले में निहारा। हिंडोले में हरे रंग का अद्भुत पोशाक धारण किए ठाकुर बांकेबिहारी की छवि को देख श्रद्धालु सुधबुध खो बैठे और जब भक्तों के बीच से बांकेबिहारी के जयकारे शुरू हुए तो पूरा वातावरण गूंज उठा।

आज कुछ घंटे बढ़ाया है मंदिर का समय

हरियाली तीज पर मंदिर प्रबंधन ने आम दिनों के बजाय चार घंटे अधिक समय तक आराध्य के दर्शन का समय तय किया था। प्रबंधन ने सुबह 7.45 बजे दर्शन खुलने के समय का एलान किया। जबकि मंदिर में बढ़ती भीड़ काे देख सेवायतों ने सहूलियत के लिए सुबह 6.15 बजे ही दर्शन खोल दिए। ताकि भीड़ का दबाव न बन सके।

मंदिर के पट जल्दी खुलने का लाभ भी देखने को मिला। श्रद्धालु बड़ी राहत के साथ आराध्य के दर्शन करते हुए बाहर निकल रहे थे। 

नियमों का पालन करने की अपील

ठा. बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं को नियमों का पालन करने की अपील की है। मंदिर में भक्तों के लिए वन-वे एंट्री व्यवस्था है।

मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया, विद्यापीठ चौराहा, किशोरपुरा, बिहारीजी पुलिस चौकी के सामने गली में होकर आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या तीन से मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था है।

  • वीआईपी मार्ग, दाऊजी तिराहा से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गेट संख्या दो से प्रवेश की व्यवस्था है।
  • गेट संख्या तीन से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या चार से बाहर निकलेंगे। वहीं गेट संख्या दो से आने वाले श्रद्धालु गेट संख्या एक से बाहर निकलेंगे।
  • गेट संख्या पांच सेवायतों व वीआईपी के लिए है। मंदिर के अंदर रस्सा से बैरिकेडिंग की है।
  • विद्यापीठ चौराहा, किशोरपुरा तिराहा, दाऊजी तिराहा, वीआईपी मार्ग पर बनाए गए क्लाक रूम में श्रद्धालु सामान व चप्पलें रखकर आएं।
  • प्रबंधक ने श्रद्धालुओं को स्वर्ण आभूषण आदि न पहनकर मंदिर आने की अपील भी की है।
  • इन मंदिरों में हिंडोले राधावल्लभ, राधारमण, राधादामोदर, राधाश्यामसुंदर, गोविंददेव, गोपीनाथ, मदनमोहन, गोकुलानंद, वृंदावनचंद्र मंदिर आदि। 
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मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया कि मंदिर में बीमार, बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों को साथ लेकर न आएं।

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