Banke Bihari Mandir Holi: ठा. बांकेबिहारी में होली खेलने पहुंची हजारों कृष्ण भक्तों की भीड़, जमकर बरसा रंग, जाम ऐसा कि श्रद्धालु कराहे
Banke Bihari Mandir News In Hindi जग होरी ब्रज होरा की कहावत सही मायने में ठा. बांकेबिहारी मंदिर में ही चरितार्थ हुई। सुबह से दोपहर राजभोग आरती के समय तक जिस तरह भक्तों का कारवां होली का आनंद लेने को मंदिर में पहुंच रहा था और मंदिर के अंदर आस्था के रंगों में सराबोर होकर मदमस्त नजर आ रहा है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन। होली पर देश दुनिया के लाखों श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डाल लिया है। श्रद्धालु एक मंदिर से दूसरे मंदिर होली का आनंद लेने के लिए पैदल ही शहरभर में भ्रमण कर रहे थे। रंग गुलाल एक-दूसरे पर उड़ा रहे थे। वाहनों और श्रद्धालुओं की भीड़ से नगर में जाम लग गया। जाम में लोग घंटों फंसे रहे।
ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी में रविवार को भोर से ही होली के अल्हड़पन में देशभर से आए श्रद्धालु नजर आए। हाथ में रंगों की पिचकारी और गुलाल लिए एक-दूसरे पर रंग बरसाते और होली के रसिया गाते हुए पैदल ही मंदिरों की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन, श्रद्धालुओं की राह में चार पहिया वाहनों व ई-रिक्शा चालकों ने खूब खलल डाला।
शहर के विद्यापीठ चौराहा, हरिनिकुंज चौराहा, किशोरपुरा, नगर निगम, अंबेडकर पार्क, रंगजी मंदिर, इस्कान, अटल्ला चुंगी चौराहा पर सुबह से शाम तक वाहनों का जाम लगता रहा। घंटों जाम से जूझते हुए श्रद्धालु गुजरते रहे। तिराहा चौराहा पर तैनात पुलिस और होमगार्ड वाहनों का जाम खुलवाने में असमर्थ नजर आ रहे थे।
ठा. बांकेबिहारी में जमकर बरसा रंग, आनंद में डूबे भक्त
बिहारी बिहारिन की मोपे यह छबि बरनी न जाय....। तन, मन मिलै झिलै मृदुरस में आनंद उर न समाय...।। रंग महल में होरी खेलें, अंग अंग रंग चुचाय....। श्रीहरिदास ललित छवि निरखैं, सेवत नव नव भाय...।। होली के इन रसिया के गायन के साथ ठा. बांकेबिहारी का आंगन इन दिनों रंगों में सराबोर है और आंगन में बरस रहे आस्था के रंगों में सराबोर होने की भक्तों में होड़ भी लगी है।
सुबह मनाया होली का उत्सव
रविवार की सुबह मंदिर में होली का उत्सव मनाया तो श्रृंगार आरती के बाद जैसे ही होली की शुरुआत हो रही है, देशभर से आए भक्तों का अल्हड़पन शुरू हो गया। मंदिर के जगमोहन से जैसे ही ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए सेवाधिकारी भक्तों पर प्रसादी रंग उड़ेला, भक्तों के उल्लास का ठिकाना नहीं रहा। आस्था के इस रंग की एक-एक बूंद में सराबोर होकर ठाकुरजी का आशीर्वाद पाने की होड़ भक्तों की उमंग में देखने को मिल रही है।
आस्था के रंगों में सराबोर हुए भक्त
सुबह शुरू हो रही होली का आनंद लेते श्रद्धालुओं को बाहर निकाल पाना मुमकिन नहीं हो रहा। लेकिन, पीछे आ रहे भक्तों के उल्लास को देखते हुए मंदिर में तैनात गार्डों की मजबूरी है, कि श्रद्धालुओं को होली का आनंद लेने के बाद बाहर निकालना ही है।
टेसू के रंग के साथ गुलाल के बादल
सुबह से दोपहर तक मंदिर में हर ओर टेसू के रंग के साथ अबीर-गुलाल के बादल नजर आ रहे हैं, जो श्रद्धालु अंदर प्रवेश कर रहे हैं, वे बाहर निकलकर अपने साथी को भी नहीं पहचान पा रहे हैं। जिस तरह से मंदिर में रंगों की मस्ती छाई है, उसका आनंद लेकर भक्तों का मन है कि भरता ही नहीं।