Vrindavan News Update वृंदावन में अक्षय नवमी पर भारी भीड़ उमड़ी। बांकेबिहारी मंदिर और प्रेम मंदिर में दर्शन के दौरान पंजाब की छह छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। भीड़ के दबाव से महिलाओं और बच्चों को परेशानी हुई। मंदिर के आसपास की गलियों में भीड़ के कारण स्थानीय लोगों को घरों में कैद रहना पड़ा। भारी भीड़ संभालने में प्रशासन असहाय नजर आया।
संवाद सहयोगी, जागरण, वृंदावन। अक्षय नवमी पर वृंदावन में आराध्य के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सुबह से ही भीड़ का दबाव बनना शुरू हो गया। भीड़ के दबाव की वजह से बच्चे और महिलाओं की चीख निकलती रहीं। शाम को बांकेबिहारी मंदिर के बाहर और प्रेम मंदिर में दर्शन करने आईं पंजाब की छह छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। साथ आए शिक्षकों ने इन्हें मंदिर पर तैनात चिकित्सकों के पास पहुंचाया।
चिकित्सकों ने छात्राओं को जिला संयुक्त चिकित्सालय में उपचार के लिए भेज दिया। उपचार से राहत पर छात्राओं को छुट्टी दे दी गई।
मंदिरों के दर्शन के लिए पहुंचा था छात्राओं का दल
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार की शाम करीब छह बजे पंजाब के संगरूर जनपद के चीमा के एसएएस इंटरनेशनल स्कूल से 50 छात्राओं का दल दर्शन करने के लिए पहुंचा था। मंदिर के बाहर भीड़ का दबाव झेलते हुए छात्राओं को करीब दो घंटे हो गए। ऐसे में भीड़ के दबाव में छात्राओं की हालत बिगड़ने लगी। दल के साथ मौजूद शिक्षकों ने मंदिर के सुरक्षा गार्डों व पुलिस की मदद से बेहोश छात्रा 14 वर्षीय ऐरीन सिंह, 14 वर्षीय सिमरन कौर, 17 वर्षीय रिजीत सिंह को मंदिर चबूतरे पर मौजूद चिकित्सकों के पास पहुंचाया। प्राथमिक उपचार देते हुए चिकित्सकों ने एंबुलेंस में बैठाकर सभी को जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचा दिया।
हालत सामान्य होने पर किया रवाना
जिला संयुक्त चिकित्सालय में बेहोश हुई छात्राओं को उपचार दिया गया। राहत मिलने के बाद जब छात्राओं की हालत सामान्य होने पर उन्हें अध्यापकों के साथ रवाना कर दिया। इसी दल में शामिल कुछ छात्राएं जब प्रेममंदिर में दर्शन को पहुंचीं तो यहां 15 वर्षीय कोमलप्रीत कौर, 17 वर्षीय कमलदीप कौर, 16 वर्षीय शरणप्रीत भी भीड़ के दबाव में बेहोश हाे गईं। इन्हें भी एंबुलेंस से जिला संयुक्त चिकित्सालय पहुंचाकर उपचार करवाया। छात्राओं के साथ आए प्रधानाचार्य विक्रम शर्मा ने बताया छात्राएं बांकेबिहारी के दर्शन को आईं थीं।
दो घंटे से अधिक मंदिर के बाहर खड़े रहे श्रद्धालु
भीड़ अधिक होने के कारण करीब दो घंटे से अधिक समय तक भीड़ में खड़े रहे। मंदिर में प्रवेश करने से पहले ही छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। पुलिस और सुरक्षागार्डों की मदद से छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया। अब उनकी हालत ठीक है। सुबह से बिगड़ते रहे थे हालात रविवार दूसरा अक्षय नवमी होने की वजह से आराध्य के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। सुबह से ही भक्तों की भी गलियों में जमा हो गई।
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मंदिर की गलियां श्रद्धालुओं से खचाखच भरीं
मंदिर के गेट खुलते ही दर्शन शुरू हुए। कुछ देर बाद ही पूरी गलियां श्रद्धालुओं से पट गईं। भीड़ अधिक होने पर पुलिसकर्मियों ने बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोकना शुरू कर दिया। इससे काफी देर तक लाइन में लगे रहने से महिलाओं और बच्चों की चीख निकलती रही। घरों में कैद हो गए लोग मंदिर के आसपास की गलियों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
इस वजह से मंदिर के आसपास भीड़ होने की वजह से लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सके। इसको लेकर लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ गया।
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