Mathura: जगद्गुरु कृपालु महाराज की बेटी की निर्जीव देह देख फफक कर रोए अनुयायी, यमुना घाट होगा 28 को अंतिम संस्कार
Mathura News जगद्गुरु कृपालु महाराज की बेटी और जगद्गुरु कृपालु परिषद की अध्यक्ष डॉ. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर सोमवार को वृंदावन पहुंचा। प्रेम मंदिर से सटे कृपालु धाम के प्रेम भवन में पार्थिव शरीर अनुयायियों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। पहले ही दिन तीन हजार से अधिक अनुयायी बड़ी दीदी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
जागरण संवाददाता, वृंदावन (मथुरा)। जगद्गुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी पुत्री और जगद्गुरु कृपालु परिषत की अध्यक्ष डॉक्टर विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर सोमवार को वृंदावन पहुंचा तो अनुयायी बिलख पड़े। प्रेम मंदिर से सटे कृपालु धाम के प्रेम भवन में पार्थिव शरीर अनुयायियों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
पहले ही दिन तीन हजार से अधिक अनुयायी बड़ी दीदी के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। दुर्घटना में घायल छोटी बहन डा. श्यामा त्रिपाठी भी एंबुलेंस से पहुंच गईं, जबकि दूसरी बहन कृष्णा का अभी दिल्ली में उपचार चल रहा है। जगद्गरु कृपालु महाराज की बेटियां डा. विशाखा त्रिपाठी, डा. श्यामा त्रिपाठी और डॉक्टर कृष्णा त्रिपाठी की गाड़ियां रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेसवे के दनकौर थाना क्षेत्र में कैंटर की चपेट में आ गई थीं।
गंभीर रूप से घायल तीनों बहनों व पांच अनुयायी को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डा. विशाखा त्रिपाठी की मृत्यु हो गई।
सोमवार को दोपहर ढाई बजे डा. श्यामा त्रिपाठी को एंबुलेंस से प्रेम मंदिर लाया गया। करीब चार बजे डा. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर एंबुलेंस से प्रेम मंदिर पहुंचा। डा. विशाखा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए कृपालु धाम के प्रेम भवन में पिता जगद्गुरु कृपालु महाराज और मां पद्मादेवी की प्रतिमा के समक्ष रखा गया। यहां निवासरत साध्वी अपनी बड़ी दीदी का पार्थिव शरीर देख फफककर रो पड़ीं। उनके अंतिम दर्शन कर पार्थिव शरीर की परिक्रमा लगी।
आज अंतिम दर्शन के लिए आएंगे अनुयायी
सत्संग हाल में राधे-राधे के स्वर गूंजते रहे। 28 नवंबर की सुबह छह बजे उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। वृंदावन के यमुना तट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। मंगलवार से आम लोगों को अंतिम दर्शन की अनुमति मिलेगी। प्रेम मंदिर के प्रवक्ता अजय त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार से विदेश से बड़ी संख्या में अनुयायी आने लगेंगे। प्रेम मंदिर दर्शन के लिए यथावत खुलेगा।
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