Karwa Chauth: कुछ देर बाद निकलेगा चांद, नोट करें समय, जानिए करवाचौथ व्रत का महत्व और मथुरा का शुभ मुहूर्त
Karwa Chauth 2023 Update Moonrise Time Today पूरे देश में करवाचौथ व्रत शुरू हो चुका है। चांद का दीदार होने के बाद महिलाएं अर्घ्य देंगी और अपना व्रत पूर्ण करेंगी। इस दिन सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। मथुरा में करवा चौथ पूजा का शुभ समय ज्योतिषाचार्य ने बताया है। मौसम साफ होने से चांद अपने तय समय ही निकलेगा ये उम्मीद है।
By Navneet SharmaEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Wed, 01 Nov 2023 03:10 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मथुरा : (Karwa Chauth 2023 Live) पति-पत्नी के प्रेम का प्रतीक करवाचौथ पर्व बुधवार को मनाया जाएगा। विवाहिताएं निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी आयु की प्रार्थना करेंगी। चांद का दीदार कर व्रत खोलेंगी। मंगलवार को करवाचौथ के व्रत की तैयारी चलती रही। पूजन सामग्री की खरीदारी की।
व्रत के लिए नवविवाहिताएं उत्सुक
करवाचौथ के व्रत के लिए महिलाएं सोलह श्रृंगार करेंगी। माथे पर बिंदिया चमकेगी। करवाचौथ व्रत के लिए महिलाओं का उत्साह सातवें आसमान पर है। नवविवाहिता भी उत्सुक हैं। पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखेंगी। रात को चांद को अर्घ्य देकर व्रत खोलेंगी। विवाहिताओं को करवाचौथ का इंतजार है, ताकि वह अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना कर सकें।
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ज्योतिषाचार्य अजय कुमार तैलंग ने बताया कि कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 31 अक्टूबर की रात 9. 30 बजे शुरू होकर एक नवंबर को रात 9. 19 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत एक नवंबर को रखा जा रहा है। यह काफी कठिन व्रत माना जाता है। इसमें पूरे दिन बिना जल के रहना पड़ता है।
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करवा चौथ का महत्व
किसी भी सुहागिन के लिए करवा चौथ खास होता है। मान्यताओं के अनुसार सबसे पहले देवी पार्वती ने शिवजी के लिए यह व्रत रखा था। द्रौपदी ने भी पांडवों को संकट से मुक्ति दिलाने के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। करवा चौथ का व्रत विवाह के 16 या 17 वर्ष तक करना अनिवार्य होता है।
जो स्त्री इस व्रत को करती है, उसके पति की उम्र लंबी होती है। गृहस्थ जीवन अच्छा रहता है, पति की सेहत बनी रहती है। कुंवारी लड़कियां भी इस व्रत को कर सकती हैं। ऐसा करने से उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।
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