Banke Bihari Mandir: भक्तों की बेतहाशा भीड़ ने बिगाड़े हालात, महिलाओं की निकली चीख, मंदिर के लिए वन-वे रूट की ये है व्यवस्था
Banke Bihari Mandir News साल के अंतिम पड़ाव में डेरा डालने को उमड़ने लगी भीड़ गेस्टहाउस होटल बुक भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस और प्रशासन ने मंदिर में एंट्री के लिए वन-वे रूट के साथ बैरियर और रेलिंग की व्यवस्था की है। लेकिन ये व्यवस्था भी पूरी तरह नाकाफी साबित हाे रही है। भीड़ के दबाव में मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन के बंदोबस्त ध्वस्त नजर आ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, वृंदावन। वर्ष-2023 की विदाई और नए वर्ष के स्वागत के लिए ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है। अगले साल तीन जनवरी तक के लिए सभी होटल और गेस्ट हाउस बुक हो चुके हैं।
शनिवार को दिल्ली-एनसीआर के श्रद्धालुओं के साथ ही रविवार व सोमवार को अवकाश के कारण लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन पहुंचे। भक्तों की भीड़ का दबाव ऐसा कि कदम रखने तक की जगह नहीं मिली। जबकि साल के अंतिम दिन आने तक हालात और भी बदतर नजर आएंगे, ये हालात तीन जनवरी तक बने रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
तीन जनवरी तक भीड़ उमड़ने का अनुमान
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार की छुट्टी के साथ पड़ी एकादशी के कारण दिल्ली, एनसीआर और आसपास के जनपदों से हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। ऐसे हालात तीन जनवरी तक रहने की उम्मीद है। शनिवार सुबह से ही भक्तोँ के कदम मंदिर की ओर बढ़ते नजर आ रहे थे।
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मंदिर से लेकर विद्यापीठ चौराहा और जुगलघाट से मंदिर के प्रवेशद्वार संख्या दो तक भक्तों की भीड़ का दबाव बना था। धीरे धीरे श्रद्धालुओं की भीड़ काफी इंतजार के बाद मंदिर के चबूतरे पास तक पहुंची तो उन्हें लगा इंतजार खत्म हुआ। लेकिन, मंदिर चबूतरे पर पुलिस की बैरिकेडिंग देख श्रद्धालुओं के सब्र का बांध टूटने लगा। आपाधापी का माहौल बनने लगा।
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भीड़ के बीच चीखती महिलाओं को राहत देने में पुलिस और सुरक्षा गार्डों ने सर्दी में भी जमकर पसीना बहाया। सुबह से शुरू हुई भक्तों की भीड़ दोपहर को मंदिर पट बंद होने तक बढ़ती ही रही। शाम को मंदिर के पट खुले तो हालात सुबह जैसे ही नजर आए।
यहां उतारें जूते, वन-वे रूट से पहुंचें मंदिर
- मंदिर प्रबंधन ने प्रशासन के साथ मिलकर श्रद्धालुओं को सहूलियत भरे दर्शन करवाने को वन-वे रूट व्यवस्था लागू की है।
- जुगलघाट, किशोरपुरा, वीआईपी मार्ग, विद्यापीठ, हरिनिकुंज चौराहा, सनेहबिहारी मंदिर के समीप जूताघर बनाए हैं।
- श्रद्धालु वन-वे रूट से होकर गुजरने के बाद पुन: दूसरे रूट से इसी स्थान पर पहुंचकर जूते चप्पल पहन सकेंगे।
ये है वन-वे रूट व्यवस्था
- परिक्रमा मार्ग से आने वाले श्रद्धालु जुगलघाट पर बने जूताघर में जूते उतारकर जंगलकट्टी, राधावल्लभ मंदिर, दाऊजी मंदिर के सामने गली में होकर मंदिर के गेट संख्या दो से मंदिर में प्रवेश करेंगे।
- इसी तरह विद्यापीठ चौराहा से बाजार में होकर मंदिर की गली नंबर तीन से मंदिर के प्रवेशद्वार तीन से प्रवेश करेंगे।
- किशोरपुरा तिराहा से होकर गली नंबर तीन से होकर गेट संख्या तीन से प्रवेश करेंगे।
- दर्शन करने के बाद गेट संख्या दो से प्रवेश करने वाले श्रद्धालु गेट संख्या एक से बाहर निकलकर वीआइपी मार्ग से जुगल घाट पहुंचेंगे।
- गेट संख्या तीन से प्रवेश करने वाले श्रद्धालु गेट संख्या चार से बाहर निकलकर सनेहबिहारी मंदिर की गली होकर विद्यापीठ चौराहा अथवा किशोरपुरा पहुंचेंगे।