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Police Encounter: मथुरा पुलिस ने मार गिराया 50 हजार का इनामी बदमाश मुकेश, लिफ्ट देकर लूटी थी बुजुर्ग महिला की आबरू

Mathura Crime News In Hindi Today एक दिन पहले पुलिस अभिरक्षा से भागा बदमाश शनिवार की सुबह पुलिस मुठभेड़ मे ढेर हो गया। पुलिस ने उसके गुरुवार की रात में एक मुठभेड़ में ही गिरफ्तार किया था। मुकेश पर सात मुकदमे दर्ज थे। बदमाश मुकेश ने कुछ दिन पहले लिफ्ट देकर एक बुजुर्ग महिला को हवस का शिकार बनाया था।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Published: Sat, 01 Jun 2024 12:21 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jun 2024 05:59 PM (IST)
Mathura News: मथुरा मुठभेड़ मे मारा गया मनोज उर्फ़ उत्तम। (फोटो -पुलिस द्वारा )

जागरण संवाददाता, मथुरा। जिला अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा से भागा दुष्कर्म व लूट का इनामी बदमाश शुक्रवार देर रात पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। शेरगढ़ पुलिस और एसओजी ने उसको सीएचसी छाता में भर्ती कराया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बदमाश के कब्जे से एक पिस्टर, आठ कारतूस और एक बाइक बरामद हुई है।

शुक्रवार को पुलिस हिरासत से फरार होने पर आइजी ने बदमाश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। शेरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव मई निवासी उत्तम उर्फ मनोज 15 मई को जेल से एक महीने की पैरोल पर बाहर आया था।

25 मई को थाना महावन क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला को बाइक पर लिफ्ट देने के बहाने बैठाकर सुनसान जगह पर ले गया और उनके शरीर पर पैर रख कानों के कुंडल, पायल व नाक की नथ लूट ली थी। इसके बाद आरोपित ने बुजुर्ग महिला के साथ दुष्कर्म कर धमकी देकर फरार हो गया। आरोपित पर एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। गुरुवार देर रात महावन, शेरगढ़ पुलिस ने जगदीशपुर अंडरपास यमुना एक्सप्रेसवे पर आरोपित को मुठभेड़ में दबोच लिया। उसके दोनों पैर में गोली लगने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार सुबह 11.20 बजे आरोपित शौच के बहाने पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला।

दो पुलिसकर्मी हुए थे निलंबित

पुलिस की लापरवाही पर एसएसपी ने हेड कांस्टेबल आनंद प्रताप और नेपाल सिंह को निलंबित कर दिया। वहीं आइजी दीपक कुमार ने आरोपित पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। घटना के 15 घंटे बाद शुक्रवार देर रात तीन बजे शेरगढ़ पुलिस और एसओजी ने दलौता से सेई रोड पर लौहलारी माता मंदिर तिराहा से 200 मीटर दूर अगरयाला की तरफ बंबा की पटरी पर उत्तम उर्फ मनोज की घेराबंदी कर ली।

पुलिस मुठभेड़ में आरोपित ढेर हो गया। पुलिस उसे लेकर छाता सीएचसी पहुंची, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपित के पास से एक पिस्टल, आठ कारतूस और एक बाइक बरामद की है। पुलिस ने वीडियोग्राफी पैनल से पोस्टमार्टम कराकर शव स्वजन के सिपुर्द कर दिया। 

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90 सीसीटीवी देख पीछे पहुंची पुलिस

जिला अस्पताल में पुलिस हिरासत से फरार होने के बाद उत्तम उर्फ मनोज ई-रिक्शा करके गया था, जो सीसीटीवी में कैद हो गया। इसके बाद 90 सीसीटीवी कैमरे देखते हुए पुलिस उसके पीछे तक पहुंची। गांव से कुछ दूरी पर आरोपित ने किसी से बाइक मंगाई। फिर अंधेरे के इंतजार में अगरयाला की तरफ बंबा की पटरी के पास छिपा रहा। सीसीटीवी से पीछे लगी पुलिस मुखबिर की सूचना पर आरोपित की घेराबंदी कर ली।

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स्वजन ने उठाए सवाल, बोले-पैर में लगी गोली फिर कैसे भागा

पुलिस मुठभेड़ में उत्तम उर्फ मनोज के ढेर होने पर स्वजन ने सवाल उठाए हैं। मृतक अपने पिता का इकलौता पुत्र था। पिता चंद्रभान ने आरोप लगाया, पुलिस ने बेटे के दोनों पैर पर तीन गोली मारी थी। ऐसे में वह कैसे भागकर 40 किमी दूर गांव पहुंच सकता है। पिता ने पुलिस पर गलत तरीके से बेटे का एनकाउंटर करने का आरोप लगाया है।

जिस दिन छूटा, उसी दिन से गांव में जगार

गांव मई निवासी उत्तम उर्फ मनोज चाल-चलन में सही नहीं था। उसने कई महिलाओं के साथ गलत काम किया है, लेकिन लोकलज्जा के कारण महिलाओं ने थाने में शिकायत नहीं की। 15 मई को उत्तम उर्फ मनोज एक महीने की पैरोल पर बाहर आया था। गांव में पता लगने पर ग्रामीणों ने योजना बनाई थी कि अगर इस बार वह किसी की छत पर कूदेगा तो उसे जान से मार दिया जाएगा। आरोपित को लेकर गांव में कई दिनों से जगार हो रही है।

गलत चाल-चलन के कारण नहीं कराई जमानत

उत्तम उर्फ मनोज ने वर्ष 2015 में अपने गांव की एक महिला के साथ खेत पर तमंचा के बल पर दुष्कर्म किया था। महिला के पति ने शेरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। एक वर्ष पूर्व वृंदावन क्षेत्र में एक महिला से पर्स लूट की घटना में जेल गया था। स्वजन व पड़ोसियों ने गलत चाल चलन को लेकर जमानत नहीं कराई थी। इसके बाद 25 मई को आरोपित ने बुजुर्ग महिला से दुष्कर्म और लूटपाट की। आरोपित के खिलाफ विभिन्न थानों में सात मुकदमें दर्ज हैं। 

छह माह में दूसरा एनकाउंटर

पिछले वर्ष तीन नवंबर को कंठीमाला कारोबारी कृष्ण कुमार अग्रवाल के घर में घुसकर बदमानों ने उनकी पत्नी कल्पना अग्रवाल की हत्या कर दी थी। कंठीमाला कारोबारी को भी पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया था। 12 नवंबर पुलिस ने आरोपित 50 हजार के इनामी फारुख का एनकाउंटर किया था। वहीं कुछ समय बाद कृष्ण कुमार ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।


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