मथुरा जेल में बनेगी एक लाख किताबों की लाइब्रेरी
जिला जेल के नाम एक उपलब्धि जुड़ने जा रही है। स्वयंसेवी संस्था राष्ट्रीय युवा शक्ति की पहल पर बंदियों के लिए करीब एक लाख पुस्तकों की लाइब्रेरी बनाई जा रही है।
By JagranEdited By: Updated: Fri, 20 Nov 2020 05:17 AM (IST)
नवनीत शर्मा, मथुरा: जिला जेल के नाम एक उपलब्धि जुड़ने जा रही है। स्वयंसेवी संस्था राष्ट्रीय युवा शक्ति की पहल पर बंदियों के लिए करीब एक लाख पुस्तकों की लाइब्रेरी बनाई जा रही है। संस्था का दावा है कि यह लाइब्रेरी दुनिया की सबसे बड़ी लाइब्रेरी होगी। फिलहाल 88 हजार पुस्तकों के साथ दुनिया में सबसे बड़ी जेल लाइब्रेरी मैक्सिको में है।
संस्था राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष प्रदीप रघुनंदन एटा के रहने वाले हैं। वे जेल सुधार के लिए काम करते हैं। मथुरा जिला कारागार में लाइब्रेरी बनाने को लेकर संस्था व जेल प्रशासन के बीच सहमति बन गई है। लाइब्रेरी के लिए भवन का निर्माण जेल प्रशासन कराएगा। फर्नीचर और किताब का इंतजाम संस्था करेगी। प्रदीप ने बताया कि मथुरा जिला जेल में एक लाख पुस्तकों की लाइब्रेरी बनाई जाएगी। कुछ पुस्तकों का इंतजाम संस्था अपनी ओर से करेगी, जबकि प्रकाशन संस्थाओं के साथ आम लोगों से भी पुस्तकें भेंट करने की अपील की जाएगी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक शैलेंद्र मैत्रेय ने बताया कि इस लाइब्रेरी के लिए कितने बड़े भवन की आवश्यकता होगी, इसे लेकर इंजीनियर से बात की जा रही है। इसका ब्लूप्रिट तैयार कर जेल मुख्यालय लखनऊ अनुमति के लिए भेजा जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसलिए मथुरा जेल का चयन मथुरा जिला जेल के चयन के पीछे प्रदीप रघुनंदन का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने कारागार में ही जन्म लिया था। ब्रज धर्म-आध्यात्म के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। इसलिए यहां लाइब्रेरी बनाने की तैयारी की गई है। वह बताते हैं कि भवन निर्माण के साथ ही एक साल के अंदर एक लाख पुस्तकें लाइब्रेरी में एकत्र कर ली जाएंगी। इससे बंदियों को लाभ होगा।
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