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यूपी फर्जी ED गिरोह के दो बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार, पैर में लगी गोली; पंजाब के एक बदमाश ने किया आत्मसमर्पण

मथुरा में फर्जी ईडी गिरोह के दो बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार हुए हैं। दोनों के पैर में गोली लगी है। वहीं मुठभेड़ से घबराए पंजाब के एक बदमाश ने गुरुवार दोपहर कार के साथ थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इस प्रकरण में पुलिस अब तक मुख्य सरगना समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली के गैंगस्टर समेत चार बदमाश अभी फरार हैं।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Fri, 04 Oct 2024 02:17 PM (IST)
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मथुरा : पुलिस मुठभेड़ में घायल फर्जी ईडी गिरोह का असिस्टेंट डायरेक्टर। सौ. पुलिस विभाग

जागरण संवाददाता, मथुरा। सराफा कारोबारी के घर लूट के इरादे से पहुंचे फर्जी ईडी गिरोह के असिस्टेंट डायरेक्टर और उसके साथी को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया है। दोनों के पैर में गोली लगी है। पुलिस के अनुसार मेरठ और फरीदाबाद के रहने वाले दोनों बदमाश जेल में बंद साथियों से मुलाकात करने के लिए आए थे।

वहीं, मुठभेड़ से घबराए पंजाब के एक बदमाश ने गुरुवार दोपहर कार के साथ थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इस प्रकरण में पुलिस अब तक मुख्य सरगना समेत 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली के गैंगस्टर समेत चार बदमाश अभी फरार हैं।

गोविंद नगर की राधा आर्चिड कालोनी निवासी अश्वनी कुमार अग्रवाल के घर 30 अगस्त की सुबह बजे फर्जी ईडी टीम ने घुसने की कोशिश की थी। इस मामले में पुलिस दिल्ली की महिला प्रोफेसर और मुख्य सरगना समेत गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है।

एसपी सिटी डा. अरविंद कुमार ने बताया, गोविंद नगर पुलिस को गुरुवार सुबह तीन बजे फर्जी ईडी गिरोह के शातिरों के राधापुरम कालोनी के पास होने की जानकारी मिली। मुठभेड़ में फरीदाबाद के सेक्टर-49 एच ब्लाक ग्राउंड फ्लोर थाना डबुआ निवासी सागर वर्मा उर्फ हनी और तरुण पाल उर्फ चिंटू निवासी मुल्तान नगर बागपत रोड थाना ट्रांसपोर्ट नगर जिला मेरठ को गिरफ्तार किया है।

पैर में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए। उधर, मुठभेड़ से घबराए बदमाश मंजीत सिंह निवासी ग्राम नारा थाना होशियारपुर सदर पंजाब ने गुरुवार दोपहर तीन बजे कार समेत थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। टीम इसी कार में सवार होकर आए थे। प्रकरण में अभी दिल्ली के हिस्ट्रीशीटर अमित गोगा समेत चार बदमाश फरार चल रहे हैं।

कोर्ट में समर्पण की योजना बनाने जा रहे थे

जेल एसपी सिटी ने बताया, सागर वर्मा ही मथुरा में फर्जी ईडी टीम का नेतृत्व कर रहा था। वह असिस्टेंट डायरेक्टर बनकर आया था। उसी ने सर्च वारंट दिखाकर घर में साथियों के साथ घुसने की कोशिश की थी। वह कोर्ट में समर्पण के लिए जेल में बंद साथियों से बातचीत करने आया था। पुलिस के डर से वह मेरठ के तरुण को अपने साथ लाया था। तरुण आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसके विरुद्ध क्राइम ब्रांच आउटर दिल्ली, मेरठ और मथुरा में चार मुकदमें दर्ज हैं।

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