Mudiya Purnima Mela 2024; एक ऐसा महोत्सव जिसमें एक करोड़ भक्त लगाते हैं गिरिराजजी की परिक्रमा, इस बार घर बैठे देखें शाेभायात्रा
Mudiya Purnima Mela 2024 विश्व प्रसिद्ध मुड़िया पूर्णिमा मेला संत सनातन की भक्ति और संस्कृति का अद्भुत मिलन है। 21 किमी परिक्रमा मार्ग में पांच दिनों तक अटूट मानव श्रृंखला मिनी विश्व का नजारा पेश करती आई है। ये मेला गौड़ीय संत सनातन की स्वर्णिम भक्ति का दिव्य इतिहास समेटे है। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को ही गुरू पूर्णिमा मुड़िया पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
संवाद सूत्र, जागरण, गोवर्धन/मथुरा। Mudiya Purnima Mela 2024, Guru Purnima 2024अगर आप मुड़िया पूर्णिमा पर गोवर्धन नहीं आ सकते हैं तो चिंता न करें। मुड़िया संतों की टीम भक्तों को घर बैठे मुड़िया मेला और शोभायात्रा के दर्शन कराएगी। भक्तों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए महाप्रभु मंदिर के मुड़िया महंत ने फेसबुक पर लाइव दर्शन कराने की तैयारी शुरू कर दी हैं। गौड़ीय संत सिर मुड़ाकर भजन संकीर्तन के साथ मानसी गंगा की परिक्रमा कर परंपरा का निर्वहन करते हैं।
उत्तर भारत के विशाल राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला में करीब एक करोड़ भक्त गिरिराजजी की परिक्रमा करने गोवर्धन आते हैं। हजारों परिवारों का जीवन यापन भी भक्तों के आगमन पर ही टिका रहता है।21 किमी की परिक्रमा वाले मार्ग में पांच दिन तक अटूट मानव शृंखला बनती है। ये मेला गौड़ीय संत सनातन की स्वर्णिम भक्ति का दिव्य इतिहास समेटे हैं। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा, मुड़िया पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल 468वां मुड़िया महोत्सव मनाया जाएगा।
महाप्रभु मंदिर में धार्मिक आयोजन होते हैं
इस बार यह मेला 17 से 21 जुलाई तक है। मेला के दौरान महाप्रभु मंदिर में धार्मिक आयोजन होते हैं। पूर्णिमा से दो दिन पूर्व मुड़िया संत अपने सिर मुड़ाते हैं। पूर्णिमा के दिन यानी 21 जुलाई को संत सनातन के चित्रपट के साथ तमाम संत नाचते कूदते मानसी गंगा की परिक्रमा लगाएंगे। इतिहास से जुड़ी इस अद्भुत परंपरा में शामिल होने को दूरदराज से तमाम भक्त आते हैं। परंतु किसी कारणवश आयोजन में शामिल न होने वाले भक्त घर बैठकर इस परंपरा के दर्शन कर सकेंगे।
गिरिराजजी का दान घाटी मंदिर।
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