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Mudiya Purnima Mela 2024; एक ऐसा महोत्सव जिसमें एक करोड़ भक्त लगाते हैं गिरिराजजी की परिक्रमा, इस बार घर बैठे देखें शाेभायात्रा

Mudiya Purnima Mela 2024 विश्व प्रसिद्ध मुड़िया पूर्णिमा मेला संत सनातन की भक्ति और संस्कृति का अद्भुत मिलन है। 21 किमी परिक्रमा मार्ग में पांच दिनों तक अटूट मानव श्रृंखला मिनी विश्व का नजारा पेश करती आई है। ये मेला गौड़ीय संत सनातन की स्वर्णिम भक्ति का दिव्य इतिहास समेटे है। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को ही गुरू पूर्णिमा मुड़िया पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।

By Manoj Kumar Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 09 Jul 2024 03:07 PM (IST)
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Mudiya Purnima Mela 2024: गोवर्धन स्थित महाप्रभु मंदिर से निकलती मुड़िया शोभायात्रा में शामिल संतगण। फोटो जागरण आर्काइव

संवाद सूत्र, जागरण, गोवर्धन/मथुरा। Mudiya Purnima Mela 2024, Guru Purnima 2024अगर आप मुड़िया पूर्णिमा पर गोवर्धन नहीं आ सकते हैं तो चिंता न करें। मुड़िया संतों की टीम भक्तों को घर बैठे मुड़िया मेला और शोभायात्रा के दर्शन कराएगी। भक्तों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए महाप्रभु मंदिर के मुड़िया महंत ने फेसबुक पर लाइव दर्शन कराने की तैयारी शुरू कर दी हैं। गौड़ीय संत सिर मुड़ाकर भजन संकीर्तन के साथ मानसी गंगा की परिक्रमा कर परंपरा का निर्वहन करते हैं।

उत्तर भारत के विशाल राजकीय मुड़िया पूर्णिमा मेला में करीब एक करोड़ भक्त गिरिराजजी की परिक्रमा करने गोवर्धन आते हैं। हजारों परिवारों का जीवन यापन भी भक्तों के आगमन पर ही टिका रहता है।

21 किमी की परिक्रमा वाले मार्ग में पांच दिन तक अटूट मानव शृंखला बनती है। ये मेला गौड़ीय संत सनातन की स्वर्णिम भक्ति का दिव्य इतिहास समेटे हैं। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा, मुड़िया पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल 468वां मुड़िया महोत्सव मनाया जाएगा।

महाप्रभु मंदिर में धार्मिक आयोजन होते हैं

इस बार यह मेला 17 से 21 जुलाई तक है। मेला के दौरान महाप्रभु मंदिर में धार्मिक आयोजन होते हैं। पूर्णिमा से दो दिन पूर्व मुड़िया संत अपने सिर मुड़ाते हैं। पूर्णिमा के दिन यानी 21 जुलाई को संत सनातन के चित्रपट के साथ तमाम संत नाचते कूदते मानसी गंगा की परिक्रमा लगाएंगे। इतिहास से जुड़ी इस अद्भुत परंपरा में शामिल होने को दूरदराज से तमाम भक्त आते हैं। परंतु किसी कारणवश आयोजन में शामिल न होने वाले भक्त घर बैठकर इस परंपरा के दर्शन कर सकेंगे।

गिरिराजजी का दान घाटी मंदिर।

फेसबुक पर लाइव होंगे दर्शन 

महाप्रभु मंदिर के मुड़िया महंत गोपाल दास ने बताया तमाम भक्त नहीं आ पा रहे हैं, इसके लिए फोन कर रहे हैं। उनकी भावनाओं को देखते हुए सभी भक्तों को फेसबुक पर शोभायात्रा सहित अन्य महोत्सव के लाइव दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए गौड़ीय संतों पांच सदस्यीय टीम बनाई जा रही है।

भक्तों के लिए संवरने लगा ब्रज

गिरिराजजी की धरा का आंगन श्रद्धा के कदमों के स्पर्श के लिए तैयार है तो ब्रज का कण-कण भक्तों के आगमन को लेकर उत्साहित होकर संवरने लगा है। प्रशासन द्वारा मुड़िया मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सातकोसीय परिक्रमा मार्ग में विकास कार्य कराए जा रहे हैं। कार्यों की धीमी गति अधिकारियों के तेवर देख रफ्तार पकड़ने लगी है। 

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कुंडों में स्नान पर प्रतिबंध

मानसी गंगा पर श्रद्धालुओं को स्नान के लिए चलने वाले फव्वारों को दुरुस्त किया जा रहा है। मानसी गंगा, राधाकुंड, कुसुम सरोवर आदि कुंडों में स्नान पर प्रतिबंध रहता है। इसलिए मानसी गंगा के घाटों पर फव्वारे लगाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु स्नान कर सकें। परिक्रमा मार्ग में खुली नालियों के ऊपर पत्थर लगाकर बंद किया जा रहा है।

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सात कोसीय परिक्रमा मार्ग में सफाई कार्य प्रारंभ

गोवर्धन के सात कोसीय परिक्रमा मार्ग में सफाई कार्य प्रारंभ हो चुका है। दर्जनों सफाई कर्मचारी गिरिराज की धरा को पावनता देने में जुटे हैं। बिजली विभाग द्वारा बिजली के खंभों पर लाइट लगाने का कार्य चल रहा है। प्रत्येक खंभे पर कच्चे व पक्के परिक्रमा मार्ग पर लाइट लगाई जा रही हैं।

बिजली के अभाव में सोलर लाइट अंधेरे से निजात दिलाएंगी। पोलों पर नीचे प्लास्टिक लगाई जा रही है। मुकुट मुखारविंद मंदिर पर बने घाटों की सीढ़ियों पर जाली व लोहे की सांकल लगाने को कहा। जिससे श्रद्धालुओं को स्नान में सुविधा और सुरक्षा मिल सके।

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