राधा आर्चिड में सराफा कारोबारी अश्वनी अग्रवाल के घर लूट के इरादे से आई फर्जी ईडी टीम का एक सदस्य गिरफ्तार। उसके कब्जे से फर्जी सर्च वारंट फर्जी वाहन की नंबर प्लेट भारत सरकार के स्टीकर और एक कार बरामद। पूछताछ में गिरोह के मुख्य सरगना और दारोगा बनकर आए व्यक्ति के बारे में अहम सुराग मिले। पुलिस इनकी तलाश में जुटी।
जागरण संवाददाता, मथुरा। राधा आर्चिड कालोनी में सराफा कारोबारी अश्वनी अग्रवाल के घर लूट के इरादे से 30 अगस्त को आई फर्जी ईडी टीम के एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके कब्जे से फर्जी सर्चवारंट, फर्जी वाहन की नंबर प्लेट, भारत सरकार के स्टीकर और एक कार बरामद की है।
फर्जी अधिकारी से पूछताछ में पुलिस को गिरोह के मुख्य सरगना और दारोगा बनकर आए व्यक्ति के बारे में अहम सुराग मिले हैं। पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है।
गोविंद नगर थाना क्षेत्र के राधा आर्चिड निवासी अश्वनी कुमार अग्रवाल के घर पर 31 अगस्त की सुबह 6.20 बजे स्विफ्ट डिजायर कार से आए चार लोगों ने खुद को ईडी का अधिकारी बताकर घर का सर्वे करने को कहा था। इनमें एक ने दारोगा की वर्दी पहन रखी थी। अश्वनी किसी तरह भागकर पड़ोसी महापौर विनोद अग्रवाल के घर पहुंचे।
शोरगुल होने पर फर्जी अधिकारी कार में सवार होकर भाग निकले थे। बदमाशों को पकड़ने के लिए एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने पुलिस की पांच टीमों का गठन किया था। पुलिस की टीमें लगातार दिल्ली, हरियाणा, भरतपुर समेत कई जिलों में बदमाशों की तलाश कर रही थीं।
मंगलवार शाम गोविंद नगर पुलिस, स्वाट व सर्विलांस टीम ने दबिश देकर सेक्टर-31 फरीदाबाद से जगदीप सिंह निवासी गांव नदाला जिला कपूरथला पंजाब को गिरफ्तार कर लिया।
गोविंद नगर थाना प्रभारी देवपाल पुंडीर ने बताया, पूछताछ के बाद बदमाश की निशानदेही पर जैंत क्षेत्र स्थित एक ढाबे पर ट्रकों के बीच खड़ी की गई वरना कार और चौमुहां फ्लाईओवर स्थित झाडियों से व्यापारी का मोबाइल बरामद किया। कार से गवर्मेंट आफ इंडिया के नाम के पांच स्टीकर लाल रंग, दो फर्जी नंबर प्लेट, फर्जी सर्च वारंट बरामद किया है। पकड़े गए फर्जी अधिकारी जगदीप के खिलाफ विभिन्न थानों में 16 मुकदमें दर्ज हैं।
जगदीप की 10 वर्ष पूर्व मास्टर माइंड से हुई थी दोस्ती
फर्जी ईडी अधिकारी जगदीप से पुलिस को मास्टर माइंड मुख्य सरगना और दारोगा के बारे में कई अहम सुराग मिले हैं। आरोपित ने बताया, मास्टर माइंड दिल्ली में रहता है। जगदीप की उससे दस वर्ष पहले फरीदाबाद में मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोस्ती चलती रही। उसने ही व्यापारी के यहां ईडी अधिकारी बन कर डकैती की योजना बनाई थी। इसके चलते फर्जी सर्च वारंट भी उसने ही बनवा कर दिए थे।
पुलिस पकड़ से बचने के लिए पागल का बनवा रखा है प्रमाण-पत्र
फर्जी ईडी अधिकारी बनकर आए जगदीप के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट, डकैती समेत 16 मुकदमें दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित को दौरे आते हैं और उसका मानसिक रोग के एक विशेषज्ञ से इलाज भी चल रहा है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद आरोपित को दो बार दौरे आए। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए आरोपित ने मानसिक विक्षिप्त होने का प्रमाण-पत्र बनवा रखा है।
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