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राधाष्टमी पर हीरे जड़ित पोशाक धारण करेंगी वृषभानु दुलारी, शृंगार आरती में 80 लाख के आभूषण पहनेंगी राधारानी

11 सितंबर को राधाष्टमी है। कान्हा की नगरी में राधाष्टमी मनाने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बरसाना पहुंचते हैं। इस दिन के लिए भक्तों को इंतजार रहता है। 10 सितम्बर से ही श्रद्धालुओं का बरसना में आगमन शुरू हो जाता है। इस बार गहरवन की ​परिक्रमा राधा अष्टमी पर नहीं लगेगी। राधारानी जन्मोत्सव पर बेशकीमती पोशाक और आभूषण धारण करेंगी।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Mon, 09 Sep 2024 07:06 AM (IST)
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बरसाना स्थिति राधारानी मंदिर का फाइल फोटो।

संवाद सूत्र, जागरण, बरसाना। कृष्ण प्रिया राधारानी का जन्मोत्सव 11 सितंबर को बरसाना में मनाया जाएगा। इसको लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। एक ओर पुलिस प्रशासन व्यवस्था में जुटा है तो मंदिर प्रशासन भी राधारानी के जन्मोत्सव की तैयारी में जुट गया है। जन्म के बाद शृंगार आरती पर राधारानी सोने-चांदी तथा हीराजड़ित पीले रंग की पोशाक धारण करेंगी। उक्त पोशाक की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। वहीं राधारानी को लाखों रुपये के जेवरात भी धारण कराए जाएंगे।

कान्हा के जन्म के बाद मनता है उत्सव

कान्हा के जन्मोत्सव के बाद पूरा ब्रज मंडल उनकी प्राण प्रिय शक्ति राधारानी के जन्मोत्सव में जुट गया है। राधा जन्मोत्सव को लेकर बरसाना को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इस दौरान संत विनोद बाबा द्वारा बंगाल के कुशल कारीगरों द्वारा पूरे बरसाना को सजाया संवारा जा रहा है। वहीं मंदिर प्रशासन भी राधारानी के जन्म को लेकर तैयारी में जुट गया है। पूरे मंदिर परिसर को साफ किया जा रहा है। सीढ़ियों पर रेलिंग लगाई जा रही हैं।

जन्म भोर में होगा

11 सितंबर को राधारानी का जन्म भोर में चार बजे होगा। इसको लेकर सेवायतों ने पूरी तैयारी कर ली है। जन्म के बाद राधारानी को फर्रुखाबाद में बनी सोने-चांदी तथा हीरे से जड़ित पीले रंग की पोशाक धारण कराई जाएगी। पोशाक की कीमत करीब पांच लाख रुपये बताई गई है।

दान में मिला है हीरे का हार

हाल ही में नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन बलराज चौधरी द्वारा राधाकृष्ण को 22 लाख रुपये की कीमत का हीरे का हार भेंट किया था। वहीं जन्म के बाद शृंगार आरती के दौरान राधाकृष्ण करीब 80 लाख रुपये के सोने के आभूषण धारण करेंगीं। इनमें राधारानी को सोने की चंद्रिका, सोने की पाटिया, सोने का हार, डायमंड का हार, सोने की चूड़ी, सोने के कुंडल, सोने की नथ, कमर बंद आदि आभूषण धारण कराए जाएंगे। श्रीकृष्ण को मुकुट सरपेच सोने का, कंठा सोने का, मटर माला सोने की, सोने का मुकुट, काडूला सोने के, पैरों पाजेब सोने के, बाजू बंद सोने के, कुंडल सोने के, नथ सोने की, बंशी सोने की, लकुट सोने की आदि आभूषण धारण कराए जाएंगे।

दो बजे से शुरू होगा मंगल बधाई गायन

सेवायत दीपक गोस्वामी ने बताया 11 सितंबर की रात्रि दो बजे मंदिर परिसर में मंगल बधाई गायन शुरू हो जाएगा। वहीं गर्भगृह में राधारानी के मूल शांति पाठ आदि वैदिक कार्यक्रम चलते रहेंगे। सुबह चार बजे चांदी की चौकी तथा अष्टदल कमल में राधारानी के विग्रह को विराजमान कर उनका पंचामृत से अभिषेक कराया जाएगा। यह करीब एक घंटा तक चलेगा।

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पीले रंग की पोशाक

इसके बाद राधारानी को पीले रंग की पोशाक पहनाई जाएंगी। फिलहाल फाइनल नहीं हुआ है कि किस श्रद्धालु की पोशाक राधारानी जन्म के बाद धारण करेंगी। वहीं शृंगार आरती के दौरान फर्रुखाबाद से आई सोने-चांदी व हीरे जड़ित पीले रंग की पोशाक धारण कराई जाएगी। इसके बाद राधारानी को लाखों रुपये के सोने के सभी आभूषण धारण कराए जाएंगे। इस दौरान राधाकृष्ण को दर्पण दिखाया जाता है। वहीं शीशमहल में विराजमान किया जाएगा। यह दर्शन साल भर में एक बार होते है।

राधाष्टमी महोत्सव को लेकर राधारानी मंदिर में तैयारी जोरों पर चल रही है। पूरे मंदिर परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। वहीं सीढ़ियों पर रेलिंग लगाई जा रही है। जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां व्यापक रूप में चल रही है। प्रवीन गोस्वामी, रिसीवर, लाडली जी मंदिर बरसाना। 

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