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UP News: मुड़िया मेला में आने से पहले समझ लें रूट प्लान, गोवर्धन में वाहनों की नो एंट्री, ये हैं पार्किंग

गोवर्धन में 17 से 21 जुलाई तक आयोजित होने वाला है विश्व प्रसिद्ध मुड़िया पूर्णिमा मेला। मुड़िया पूर्णिमा मेला में देश भर से श्रद्धालु गिरिराजजी की सात कोसीय परिक्रमा लगाने गोवर्धन आते हैं। मुड़िया पूर्णिमा मेला-2024 में इस बार भी बहुत अधिक संख्या में श्रद्धालु परिक्रमा करने आएंगे। मेले के लिए 16 जुलाई शाम से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। व्यापक स्तर पर तैयारी की गई हैं।

By Manoj Kumar Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 07 Jul 2024 08:32 AM (IST)
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मथुरा: गोवर्धन स्थित दानघाटी मंदिर में विराजमान गिरिराजजी। फोटो सौ. मंदिर प्रबंधन

संवाद सूत्र, जागरण, गोवर्धन। पर्वतराज गोवर्धन की नगरी में पग-पग पर कान्हा की लीलाओं का प्रमाण हैं। 21 किमी गोवर्धन परिक्रमा के लिए पांच दिवसीय मुड़िया पूर्णिमा मेला 17 जुलाई से शुरू हो रहा है। ये 21 जुलाई तक चलेगा।

राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश के अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रास्ते में पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। रास्ते में वाहन खड़े करके ही श्रद्धालुओं को आगे बढ़ना है। गोवर्धन में किसी भी तरह के वाहन प्रतिबंधित हैं। गोवर्धन तक पहुंचने के लिए मुख्यतः छह मार्ग हैं। जिनमें मथुरा, सौंख, डीग, बरसाना, छाता मार्ग हैं। इन सभी मार्गों पर अस्थाई पार्किंग बनाई गई हैं।

मथुरा मार्ग 

  • महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश अथवा दिल्ली एनसीआर से यमुना एक्सप्रेस वे से आने वाले श्रद्धालु मथुरा मार्ग से गोवर्धन पहुंच सकेंगे।
  • जमनावता चौराहा पर पार्किंग बनी है।
  • सरकारी बसें यहां पर यात्रियों को उतारेंगी।
  • निजी वाहनों के लिए जमनावता चौराहा से अड़ींग तक अस्थाई पार्किंग बनी हैं।
  • इस मार्ग से आने वाले वाहन सौंख मार्ग से वापस मथुरा जा सकेंगे।
  • यहां से गोवर्धन की दूरी करीब दो किमी है।

सौंख मार्ग 

  • राजस्थान से आने वाले श्रद्धालु छोटे वाहन सौंख मार्ग से गोवर्धन पहुंच सकेंगे।
  • यहां से बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित है।
  • छोटे वाहन के लिए महमदपुर के समीप पार्किंग बनाई गई हैं।
  • इसी मार्ग से वाहन वापस जा सकेंगे।

डीग मार्ग 

  • राजस्थान की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन डीग मार्ग से गोवर्धन पहुंचेंगे।
  • सरकारी बसें बाईपास के समीप यात्रियों को छोड़ेंगी।
  • निजी वाहनों को अनाज मंडी पर पार्किंग बनाई गई है।
  • यहां से यात्री करीब दो किमी पैदल चलकर गोवर्धन पहुंचेंगे।

कोसी और छाता मार्ग

  • दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के यात्री कोसी मार्ग और छाता मार्ग से गोवर्धन पहुंच सकेंगे।
  • इन रास्तों से आने वाले श्रद्धालुओं को वाहन के लिए नीमगांव पर पार्किंग बनाई गई हैं।
  • यहां से श्रद्धालु दो किमी तक ई-रिक्शा में तो एक किलोमीटर तक पैदल सफर कर गोवर्धन पहुंचेंगे।
  • श्रद्धालु इसी मार्ग से वापस जा सकेंगे।

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छटीकरा मार्ग

  • दिल्ली, हरियाणा, पंजाब की तरफ से तथा यमुना एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन इस मार्ग से गोवर्धन पहुंचेंगे।
  • इस मार्ग से आने वाले वाहनों के लिए राधाकुंड चौराहा के समीप पार्किंग बनाई गई हैं।
  • इस मार्ग से आने वाले वाहन इसी मार्ग से वापस जा सकेंगे।

मेला के दौरान परिक्रमा मार्ग नो-व्हीकल जोन रहेगा। दो पहिया वाहन भी प्रतिबंधित रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा को रूट प्लान तैयार किया गया है। निजी वाहनों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थल हैं। आलोक वर्मा, सीओ गोवर्धन

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