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RSS Meeting In Mathura: पंच परिवर्तन से परिवार संगठन का महत्व बताएंगे स्वयंसेवक

RSS Meeting In Mathura - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में परिवारों को संगठित करने और ओटीटी प्लेटफार्म के नकारात्मक प्रभाव पर चर्चा हुई। संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की अगुआई में पंच परिवर्तन पर कार्य करने का निर्णय लिया गया जिसमें नागरिक कर्तव्य कुटुंब प्रबोधन स्वदेशी पर्यावरण रक्षा और सामाजिक समरसता शामिल हैं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Sat, 26 Oct 2024 04:21 AM (IST)
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भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करते संघ प्रमुख डाॅ. मोहन भागवत, सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले। फोटो- संघ
जागरण संवाददाता, मथुरा। बिखरते परिवारों को संगठित करने के लिए संबंध और संवाद जरूरी है। ऐसा न होने से परिवार टूट जाते हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में पहले दिन परिवारों को संगठित करने पर चर्चा हुई। 

संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत की अगुआई में तय हुआ कि पंच परिवर्तन (नागरिक कर्तव्य, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी, पर्यावरण रक्षा एवं सामाजिक समरसता) पर कार्यकर्ता काम करेंगे। इसके अलावा ओटीटी प्लेटफार्म पर उपलब्ध सामग्री का बालमन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव पर भी गहन चिंतन हुआ। 

मथुरा के परखम स्थित दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के नवधा सभागार में आयोजित कार्यकारी मंडल की बैठक का शुभारंभ संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया। 

सुबह नौ बजे शुरू हुई बैठक में सबसे पहले दिवंगत राघवाचार्य महाराज (जयपुर), प्रसिद्ध उद्योगपति पद्मविभूषण रतन टाटा, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, ईनाडु समाचार पत्र और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोज़ी राव, कम्युनिस्ट नेता सीताराम येचुरी, पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, एडमिरल सेवानिवृत्त रामदास को श्रद्धांजलि दी गई। 

बाल मन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव पर चर्चा

बैठक में मार्च 2024 की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की कार्यवाही का अनुमोदन किया गया। ओटीटी प्लेटफार्म पर उपलब्ध सामग्री के बाल मन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव पर चर्चा हुई। समाज के बीच इस संदेश को ले जाकर बच्चों से ओटीटी प्लेटफार्म से दूर रखने का भी आग्रह स्वयंसेवक करेंगे। 

संघ प्रमुख के विजयदशमी पर दिए गए उद्बोधन में ये भी प्रमुख मुद्दों में शामिल था। देश में वर्तमान में चल रहे समसामयिक विषयों पर व्यापक चर्चा हुई। प्रतिनिधि सभा में निर्धारित वार्षिक योजना की समीक्षा की गई। स्वयंसेवकों से संघ कार्य के विस्तार का वृत्त निवेदन भी लिया गया। 

इस बार पंच परिवर्तन पर संघ प्रमुखता से कार्य कर रहा है। ये पंच परिवर्तन समाज में ऊंच-नीच, भेदभाव की खाई पाटने का काम सामाजिक समरसता लाने, परिवार संगठित करने के लिए कुटुंब प्रबोधन का कार्य संघ के अखिल भारतीय स्तर से शाखा स्तर तक किया जाएगा। 

इसके माध्यम से परिवारों के बीच स्वयंसेवक जाएंगे, उन्हें परिवार का महत्व बताएंगे। एक साथ बैठ कर भोजन करने और लगातार एक-दूसरे से संवाद बनाने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ पर्यावरण पर भी संघ कार्य करेगा। 

पर्यावरण संरक्षित करने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक किया जाएगा। स्वदेशी अपनाने पर भी संघ का बड़ा जोर है। नागरिकों को उनका कर्तव्य बताने का कार्य भी स्वयंसेवक करेंगे। इन सभी को समाज में ले जाकर उनकी चर्चा की जाएगी। 

चार सत्रों में हुई बैठक में संघ संरचना के सभी 11 क्षेत्रों तथा 46 प्रांतों के 393 कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी क्षेत्र और प्रांतों से आए कार्यकर्ताओं ने वर्षभर का अपना-अपना प्रतिवेदन दिया। 

शताब्दी वर्ष में गांव-गांव लगेगी संघ की शाखा

वर्ष 2025 संघ की स्थापना का शताब्दी वर्ष है। संघ की आगामी वर्ष में प्रत्येक गांव में संघ की शाखा लगाने पर विशेष जोर है। संघ का प्रयास है कि अगले वर्ष विजयदशमी तक सभी गांवों में संघ की शाखा लगे, संघ की गणवेश धारी हर गांव में दिखाई पड़ें। मुस्लिम बाहुल्य गांवों में भी संघ की शाखा पर जोर दिया गया।

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