Move to Jagran APP

विराट-अनुष्का ने किए थे जिन संत के दर्शन, उन्हीं प्रेमानंद महाराज के बारे में उड़ी अफवाह, आश्रम पहुंचे भक्त

Mathura News In Hindi राधा रानी के भक्त और संत प्रेमानंद महाराज के गोलोकवास की अफवाह उड़ने से उनके भक्त परेशान हो गए। रात में ही आश्रम में जुटने लगे। आश्रम में बड़ी संख्या में भक्तों के पहुंचने पर उन्हें पूरी जानकारी दी गयी। प्रेमानंद बाबा के स्वस्थ्य होने की खबर से भक्तों ने राहत की सांस ली। विराट और अनुष्का उनके दर्शन कर चुके हैं।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 24 Jul 2023 10:02 AM (IST)
Hero Image
Mathura News: संत प्रेमानंद महाराज के गोलोकवास की अफवाह
मथुरा, जागरण संवाददाता। वृंदावनवासी संत प्रेमानंद महाराज के गोलोकवासी होने की अफ‌वाह रविवार देर रात से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने लगी। खबर उनके अनुयायियों को मिली तो काफी संख्या में वह उनके आश्रम के बाहर एकत्र हो गए। आश्रम प्रबंधन ने प्रेमानंद महाराज के स्वस्थ होने की पुष्टि की, तब अनुयायियों ने राहत की सांस ली।

रमणरेती मार्ग पर है आश्रम

श्रीहित प्रेमानंद महाराज का आश्रम राधा निकुंज वृंदावन के रमणरेती मार्ग पर है। उनके देश भर में लाखों की संख्या में अनुयायी हैं। करीब डेढ़ दशक से उनकी दोनों किडनी खराब हैं, उनकी नियमित डायलिसिस होती है। करीब डेढ़ वर्ष पहले उनसे आशीर्वाद लेने के लिए क्रिकेटर विराट कोहली पत्नी अनुष्का के साथ पहुंचे थे। ये वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ, तो बड़े-बड़े लोग उनसे आशीर्वाद लेने आने लगे।

प्रेमानंद महाराज के दर्शन को उमड़ते हैं भक्त

प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए रात दो बजे ही वृंदावन के परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालु जुटने लगते हैं। वह अपने आश्रम से शिष्यों के साथ पैदल परिक्रमा को प्रतिदिन निकलते हैं, इससे पहले ही सड़कों पर उनके दर्शन के लिए सैकड़ों की संख्या में अनुयायी पहुंच जाते हैं।

प्रवचन सोशल मीडिया पर होते हैं खूब वायरल

मूलरूप से कानपुर नगर के रहने वाले प्रेमानंद जी महाराज कई वर्षों से वृंदावन में ही वास कर रहे हैं। पूर्व में वह पूरे ब्रज में घूमकर मधुकरी (भिक्षा) करते थे। मधुकरी में जो प्रसाद मिलता, उसी का सेवन करते थे। उनके प्रवचन आजकल इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हो रहे हैं।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।