Shri Krishna Janmashtami 2023: ठाकुरजी के श्रृंगार में भी झलकेगी चंद्रयान 3 की झलक, मनेगा 5250वें जन्मोत्सव
Shri Krishna Janmashtami 2023 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जगमग होगा जन्मस्थान फूलबंगला में दिखेगा चंद्रयान। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पर्व के अनुकूल प्रकाश का संयोजन भी गर्भगृह की भव्यता व दिव्यता में वृद्धि करेगा। श्रद्धालुओं के दर्शन का समय रात 1 बजकर तीस मिनट तक रखा गया है। ठाकुरजी को पीले रंग की पोशाक छह तारीख को अर्पित होगी। इस बार सात सितम्बर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sun, 03 Sep 2023 08:22 AM (IST)
मथुरा, जागरण संवाददाता। चंद्रमा पर भारत की झलक ठाकुरजी के श्रृंगार में भी झलकेगी। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सात सितंबर को मनाई जाएगी। जन्मस्थान विद्युत रोशनी से जगमग होगा। भगवान श्रीकृष्ण के 5250वें जन्मोत्सव पर ठाकुरजी सोमनाथ पुष्प बंगला में विराजमान होंगे। प्रज्ञान प्रभास पोशाक धारण करेंगे।
पुष्प बंगला सजाया जाएगा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ (श्रीधर परिकर सोमनाथ) के नामानुरूप बंगला का नाम सोमनाथ पुष्प-बंगला किया गया है। वैज्ञानिक यंत्र "प्रज्ञान" के नामानुरूप ठाकुरजी की पोशाक का नाम प्रज्ञान प्रभास दिया गया है।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने शनिवार को जन्मस्थान स्थित अंतरराष्ट्रीय विश्राम गृह में पत्रकारों को बताया कि जन्मोत्सव पर साज-सज्जा, ठाकुरजी की पोशाक, शृंगार नयनाभिराम होगा। श्री गर्भगृह के भीतरी और बाहरी भाग को कारागार का स्वरूप प्रदान किया जाएगा।
रात 11 बजे से शुरू हो जाएगा पूजन
जन्म महाभिषेक का मुख्य कार्यक्रम रात 11 बजे श्रीगणेश-नवग्रह आदि पूजन से आरंभ होगा। 1008 कमल-पुष्पों से ठाकुरजी का सहस्त्रार्चन करते हुए आह्वान किया जाएगा। रात 12 बजे भगवान के प्राकट्य के साथ संपूर्ण मंदिर परिसर में ढोल-नगाड़े, झांझ-मंजीरे, मृदंग बज उठेंगे। केसर आदि सुगंधित द्रव्यों से लिपटे भगवान श्रीकृष्ण के चल विग्रह को मोर्छलासन में विराजमान कर अभिषेक स्थल पर लाया जाएगा।
श्रीविग्रह का प्रथम अभिषेक करेंगी कामधेनु रूपी गाय
कामधेनु स्वरूपा स्वर्ण मंडित रजत गऊ अपने पयोधर से भगवान के श्रीविग्रह का प्रथम अभिषेक करेंगी। जन्मस्थान के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि ठाकुरजी का महाभिषेक श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास महाराज के सानिध्य में संपन्न होगा। शास्त्रीय मान्यता है कि गोमाता में देवतागण वास करते हैं। श्रद्धालुओं का प्रवेश रात 1.30 बजे तक होगा। पीले रंग की पोशाक छह सितंबर को ठाकुरजी को अर्पित की जाएगी। इस दौरान विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर मौजूद रहे।प्रसादी पंचामृत का किया जाएगा वितरण
प्रसादी पंचामृत का वितरण सात सितंबर सुबह 8.30 बजे से किया जाएगा। मेवे, नारियल के लड्डू, मेवे की पाग का वितरण भी किया जाएगा। प्रसाद का वितरण निकास द्वार के दोनों ओर रात 12.40 बजे से किया जाएगा। आठ सितंबर को नंदोत्सव बधाई गायन होगा।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव पर सप्तदिवसीय प्रसादी भंडारा सेवा श्रीकृष्ण-संकीर्तन मंडल के विशेष सहयोग से की जा रही है। अन्नक्षेत्र में श्रद्धालु प्रसाद प्राप्त कर रहे हैं। नंदोत्सव के दिन कढ़ी-चावल का प्रसाद वितरित किया जाएगा।
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