Mirabai Jayanti 2023: मीराबाई के जन्मोत्सव पर मथुरा में सीएम योगी बोले- विरासत में गौरवांवित हो रहा है नया भारत
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की सीमाएं सुरक्षित हुई हैं। पिछले साढ़े नौ वर्ष में देश की हर समस्या के समाधान को मार्ग दिखाकर समाधान के नक्शे तक पहुंचाया है। भारत के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना पिछले साढ़े नौ वर्ष से बनाना और क्रियान्वयन किया है। नए भारत के रूप में विकसित भारत की रूपरेखा दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई है।
जागरण संवाददाता, मथुरा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्रजभूमि पर ब्रजरज महोत्सव और संत मीराबाई की स्मृतियों को ताजा करने, डाक टिकट और सिक्का जारी करने को प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है। इस अवसर पर ब्रजवासियों की तरफ से प्रधानमंत्री का अभिनंदन करता हूं। पिछले साढ़े नौ वर्ष से इस देश ने और भारत की 142 करोड़ की आबादी ने नए भारत का दर्शन किया है। यह नया भारत, जिसका वैश्विक मंच पर सम्मान बढ़ा है। आप पूरी दुनिया में कहीं जाते हैं, दुनिया पलक-पांवड़े बिछाकर स्वागत करती है तो 142 करोड़ का भारत अपने आप को गौरांवित महसूस करता है।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की सीमाएं सुरक्षित हुई हैं। पिछले साढ़े नौ वर्ष में देश की हर समस्या के समाधान को मार्ग दिखाकर समाधान के नक्शे तक पहुंचाया है। भारत के सर्वांगीण विकास की कार्य योजना पिछले साढ़े नौ वर्ष से बनाना और क्रियान्वयन किया है। नए भारत के रूप में विकसित भारत की रूपरेखा दुनिया के सामने प्रस्तुत हुई है। एक भारत है और श्रेष्ठ भारत है, जो विकास भी करता है। गरीब कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करता है। यह नया भारत अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करता है और उनके पुनुरोद्धार की योजना बनाकर आने वाली पीढ़ी के लिए प्रस्तुत कर देता है।
काशी विश्वनाथधाम प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बनकर देश और दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उत्तराखंड का केदारपुरी एक नए गौरव की अनुभूति करा रहा है। महाकाल का महालोक हो या फिर हमारी यह ब्रजभूमि। ब्रजभूमि में प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन और नेतृत्व में मथुरा-वृंदावन को नगर निगम का दर्जा देना रहा हो या ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से यहां के सभी सात तीर्थों को विकसित करके एक नई कार्य येाजना के साथ आगे बढ़ाया है।
मथुरा, वृंदावन यहां के सभी तीर्थ इस अभियान का हिस्सा बने हैं। अयोध्या में सभी व्यक्ति जान रहे हैं जो कभी नहीं हो सकता था, वह आपके नेतृत्व में हुआ। 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं। इस अवसर पर आपके द्वारा संत मीराबाई की 525 वें जन्मोत्सव की स्मृतियों को आगे बढ़ाने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री आए हैं। संत मीराबाई की भगवान श्रीकृष्ण की भक्त थीं। मेवाड़ की रानी थीं। संत रविदास की शिष्या थीं। ममता की प्रतीक हैं और भगवान कृष्ण की भक्ति में डूबी हैं।