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Ghosi Bypoll: भाजपा के दिग्गजों ने डाला डेरा, जनसभा कर किया शंखनाद; निर्दलीय समेत अन्य पार्टियां भी बेताब

घोसी विधानसभा में आगामी 5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में बसपा व कांग्रेस ने नामांकन के अंतिम दिन तक अपना पत्ता नहीं खोला। इसी के साथ भाजपा-सपा में लगभग घमासान तय माना जा रहा है। इसी के साथ निर्दलीय व अन्य छोटी पार्टियां भी दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। अब तक पांच निर्दलियों ने अपना नामांकन दाखिल कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।

By Siddharth ChaurasiyaEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Thu, 17 Aug 2023 08:44 PM (IST)
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5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में बसपा व कांग्रेस ने नामांकन के अंतिम दिन तक अपना पत्ता नहीं खोला।
जयप्रकाश निषाद, मऊ। घोसी विधानसभा में आगामी 5 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में बसपा व कांग्रेस ने नामांकन के अंतिम दिन तक अपना पत्ता नहीं खोला। इसी के साथ भाजपा-सपा में लगभग घमासान तय माना जा रहा है। इसी के साथ निर्दलीय व अन्य छोटी पार्टियां भी दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।

दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां मैदान में

अब तक पांच निर्दलियों ने अपना नामांकन दाखिल कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। दूसरी तरफ से किसी भी कीमत पर घोसी सीट को हथियाने के लिए भाजपा के दिग्गजों ने डेरा डाल दिया है। बुधवार को नामांकन जनसभा से इसका शंखनाद किया जा चुका है। नामांकन के अंतिम दिन गुरुवार को स्थिति स्पष्ट होने के बाद अब दो बड़ी राजनीतिक पार्टियां ही मैदान में हैं।

सपा से घोसी विधानसभा सीट से विधायक रहे दारा सिंह चौहान के बीते 15 जुलाई को इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे। इसकी वजह से रिक्त हुई इस सीट पर आगामी 5 सितंबर को मतदान होगा। गुरुवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी। ऐसे में अंतिम दिन सपा से सुधाकर सिंह के अलावा कुल तेरह लोगों ने नामांकन दाखिल किया।

18 अगस्त को होगी नामांकन पत्रों की जांच

बुधवार को भी भाजपा के दारा सिंह चौहान सहित कुल चार लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। इस प्रकार भाजपा, सपा, पांच निर्दलीय सहित 10 अन्य छोटी पार्टियों का नामांकन लगभग पूरा हो चुका है। 18 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।

21 अगस्त को नाम वापसी एवं चुनाव चिन्ह का आवंटन किया जाएगा। यानी सभी पार्टियों की स्थिति लगभग स्पष्ट हो चुकी है। राष्ट्रीयकृत पार्टी भाजपा व सपा ही मैदान में हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ, मत्स्य राज्यमंत्री संजय निषाद, वक्फ व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद, राज्यमंत्री गिरीश यादव, अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल बुधवार को कोपागंज के बापू इंटर कालेज के मैदान से भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान के समर्थन में चुनावी फिजां का बिगुल फूंक चुके हैं।

यही नहीं भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता चुनाव मैदान में कूद चुका है। गांव स्तर तक कार्यकर्ताओं की टीम लगी हुई हैं। दूसरी तरफ सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह के समर्थन में बुधवार को जीवन बीमा भवन घोसी के मैदान में आयोजित जनसभा में पूर्व मंत्री व वरिष्ठ सपा नेता अंबिका चौधरी, युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी व समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष विनीत कुशवाहा भी हवा दे चुके हैं।

भाजपा व सपा के बीच कांटे की टक्कर

नामांकन के अंतिम दिन बसपा व कांग्रेस के प्रत्याशी उतारने की बातों पर पूरी तरह से विराम लग गया है। अब चर्चा शुरू हो गई है कि बसपा ने भाजपा को समर्थन दे रखा है जबकि कांग्रेस पार्टी सपा को समर्थन कर रही है। यानी अब प्रमुख लड़ाई भाजपा व सपा के बीच मानकर चला जा रहा है।

इन दोनों पार्टियों के दिग्गज मैदान में पूरी तरह से उतर चुके हैं। आम जनता दल से राजकुमार चौहान, जनता क्रांति पार्टी से मुन्नीलाल चौहान, जनराज्य पार्टी से सुनील चौहान, जन अधिकार पार्टी से अफरोज आलम, पीस पार्टी सनाउल्लाह आजमी एवं सलाउद्दीन अंसारी, बहुजन मुक्ति पार्टी से रविंद्र प्रताप सिंह, आवामी पिछड़ा पार्टी से इस्माइल अंसारी, सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी से अरविंद कुमार राजभर, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी से ओमप्रकाश चौहान मैदान में हैं।

निर्दलीय डॉ. चंद्रजीत, अरविंद कुमार चौहान, विनय कुमार, रमेश पांडेय व राम अवतार गुप्त भी नामांकन दाखिल कर चुके हैं। ऐसे में इन पार्टियों के अलावा निर्दलीय भी अपने को कम नहीं आंक रहे हैं। यह भी अपने को जीत का प्रबल दावेदार मान रहे हैं। फिलहाल शुक्रवार को नामांकन वापसी के बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।

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