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मालगाड़ी का इंजन बेपटरी क्यों, जांच शुरू

सोमवार की शाम 6:25 पर मुंशीपुरा आउटर के पास शं¨टग के दौरान मालगाड़ी के इंजन के पटरी से उतरने के मामले में ट्रैफिक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। विभागीय जांच से ट्रैफिक से जुड़े कर्मचारियों में अफरा-तफरी मची रही। पूरे दिन घटना को लेकर जिम्मेदार कौन के सवाल पर रेल कर्मचारियों में बहस और कानाफूसी होती रही।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Sep 2018 06:18 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2018 06:18 PM (IST)
मालगाड़ी का इंजन बेपटरी क्यों, जांच शुरू

जागरण संवाददाता, मऊ : सोमवार की शाम 6:25 पर मुंशीपुरा आउटर के पास शं¨टग के दौरान मालगाड़ी के इंजन के पटरी से उतरने के मामले में ट्रैफिक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। विभागीय जांच से ट्रैफिक से जुड़े कर्मचारियों में अफरा-तफरी मची रही। पूरे दिन घटना को लेकर जिम्मेदार कौन के सवाल पर रेल कर्मचारियों में बहस और कानाफूसी होती रही। इंजन के दोनों लोको पायलटों सहित तकनीकी टीम से जुड़े हर कर्मचारी से पूछताछ कर रिपोर्ट तैयार की जाती रही। संयुक्त जांच से स्टेशन मास्टरों में हड़कंप मचा रहा। उधर, घटना के बाद से ही इंजन को पटरी पर लाने की कवायद में लगे कर्मचारियों ने पांच घंटे की अथक मेहनत के बाद इंजन को पटरी पर ला दिया।

बता दें कि मालगाड़ी में इंजन जोड़ने के लिए सोमवार की शाम शं¨टग की जा रही थी। इंजन जैसे ही ज्वाइंटर के पास पहुंचा दुर्घटनाग्रस्त हो गया और मालगाड़ी के दो इंजनों में से आगे के एक इंजन के पहिए पूरी तरह पटरी से नीचे उतर कर स्थिर हो गए। इंजन के पहिए पटरी से उतर कर वहीं स्थिर हो गए और पलटने की नौबत नहीं आई वरना बड़ा हादसा हो सकता था। इंजन चला रहे लोको पायलट ¨बदलाल यादव व मनोज कुमार घबराहट में इंजन से कूद गए। इंजन की रफ्तार बेहद कम होने के चलते वे बाल-बाल बच गए। इधर, घटना की सूचना मिलते ही उच्चाधिकारियों में हड़कंप मच गया। ट्रैक बाधित न हो इसे लेकर आनन-फानन को डीरेल हुए इंजन को पटरी पर लाने का कार्य शुरू किया गया। पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद इंजन को आखिकार फिरसे ट्रैक पर लाने में कर्मचारी कामयाब हो गए। रेलवे सूत्रों की माने तो ट्रैफिक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में तकनीकी टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार कर लिया है। इसे डीआरएम के सामने प्रस्तुत करने की तैयारी की जा रही थी। इस संबंध में पूछे जाने पर स्टेशन अधीक्षक जयप्रकाश राम ने जांच रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।

इनसेट :

स्टेशन मास्टर पर गिर सकती है गाज

सूत्रों की मानें तो जांच रिपोर्ट में तकनीकी लापरवाही की बात सामने आई है। मामले में ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होने के संकेत मिलने लगे हैं।


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