पहले बाढ़ का डर अब कटान की चिता
घाघरा के तटवर्ती इलाकों के लोगों के लिए सोमवार को भी राहत भरी खबर है। जलस्तर घटने का क्रम लगातार जारी है। गौरीशंकर घाट पर घाघरा का जलस्तर 69.55 मीटर पर खिसक आया है। यहां नदी खतरा बिदु से 35 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। वहीं रामनगर अवराडाड़ में लाल निशान 70.40 मीटर के सापेक्ष नदी 0
जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : घाघरा के तटवर्ती इलाकों के लोगों के लिए सोमवार को भी राहत भरी खबर है। जलस्तर घटने का क्रम लगातार जारी है। गौरीशंकर घाट पर घाघरा का जलस्तर 69.55 मीटर पर खिसक आया है। यहां नदी खतरा बिदु से 35 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। वहीं रामनगर अवराडांड़ में लाल निशान 70.40 मीटर के सापेक्ष नदी 08 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। जैसे-जैसे नदी का जलस्तर नीचे खिसक रहा है, वैसे-वैसे नदी के धारा में वेग बढ़ता ही जा रहा है। घाघरा की तेज रफ्तार तटवर्ती इलाकों को जगह-जगह काट रही है।
भारत माता मंदिर, गौरीशंकर घाट नदी के निशाने पर हैं। नदी की तेज रफ्तार से भारत माता मंदिर के पास लगा बोल्डर धीरे-धीरे खिसक रहा है। जानकी घाट पर घाघरा कटान कर रही है। इससे घाट क्षतिग्रस्त हो गया है। इसी प्रकार रसूलपुर आश्रम पर घाघरा नदी की रफ्तार तेज हो गई है। तटवर्ती इलाकों को धीरे-धीरे काट रही है। इससे लोगों में दहशत है। सिचाई विभाग द्वारा कटान रोकने के किए गए प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। रसूलपुर आश्रम पर जबसे कटान हो रही है सिचाई विभाग काम तो कर रहा है परंतु खेती योग्य भूमि कटकर नदी में विलीन हो चुकी है। तटवर्ती इलाकों में अफरा-तफरी मची हुई है। हाहानाला पर 18 सेंमी घटा घाघरा का जलस्तर